854 करोड़ की साइबर ठगी
साइबर ठग लोगों से धोखाधड़ी के लिए नए-नए तरीके निकालते हैं. अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है. साइबर ठगों ने हजारों लोगों को अपना शिकार बनाकर 854 करोड़ रुपये की ठगी की है. इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ये गिरोह लोगों को इन्वेस्ट के नाम पर अच्छा रिटर्न देने के बहाने फंसाते थे. जिसमें देशभर से हजारों की संख्या में लोग इस गिरोह के झांसे में आकर धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं. पुलिस ने शनिवार (30 सितंबर) को इस मामले की जानकारी दी.
ठगी के 5 करोड़ रुपये जब्त
पुलिस ने साइबर ठगी के इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ठगी के कुल रुपये में से 5 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. साइबर ठगों का ये गिरोह व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए संपर्क कर उन्हें अपने जाल में फंसाते थे. ये लोग शुरुआत में लोगों से 1 हजार रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक जमा करने के लिए कहते थे. जिसमें ये ठग बताते थे कि निवेश करने के बाद निवेशक को हर दिन 1000-5000 रुपये का फायदा होगा. इनकी इसी बातों में आकर लोग एक लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक इन्वेस्ट कर देते थे.
रुपये को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करते थे
जैसे ही लोग रुपये लगाते थे, ये लोग उस पैसे को अलग-अलग बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर देते थे. पैसा जमा करने के बाद जब रुपये निकालने की कोशिश लोग करते थे तो रुपये नहीं निकलते थे. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक बार पूरे पैसे जमा करने के बाद ये गिरोह रुपयों को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े खातों में भेज देते थे. जिसमें अब तक इस गिरोह ने करीब 854 करोड़ रुपये क्रिप्टो, पेमेंट गेटवे, गेमिंग एप्स और अन्य माध्यमों के जरिए ऑनलाइन ट्रांसफर कर चुके हैं.
जाहिर है कि ऑनलाइन ठगी का धंधा पूरी दुनिया में फैला हुआ है. गेमिंग एप्स के जरिए, या फिर तमाम ऐसे ऑनलाइन ऐप्स हैं जिनके जरिए ये साइबर ठग लोगों को शिकार बनाते हैं. रुपये दोगुना करने और ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिए सबसे ज्यादा ठगी होती है. साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सरकार आए दिन लोगों को अलर्ट करती रहती है.
-भारत एक्सप्रेस
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