पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
Mamata Banerjee Attack On Modi Government: 2 हजार के नोटों की बंदी का एलान होते ही तमाम राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरु हो गई है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इनके सर्कुलेशन को बंद करने को लेकर विपक्ष जहां सरकार पर हमलावर है. एक ओर जहां बीजेपी नेता सुशील मोदी ने इसे काले धन पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक बता डाला. वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे सनकी और तुगलकी ड्रामा बताया है.
सनकी और तुगलकी नोटबंदी का ड्रामा
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “2000 रुपये के नोटों को लेकर एक और सनकी और तुगलकी नोटबंदी का ड्रामा आम लोगों को को एक बार फिर से मुश्किल में डाल देगा. ये निरंकुश उपाय इस शासन के मूल रूप से जनविरोधी और क्रोनी पूंजीवादी प्रकृति को छिपाने के लिए है. एक निरंकुश सरकार के इस तरह के दुस्साहस को बड़े पैमाने पर लोग भूलेंगे नहीं.” शुक्रवार को आरबीआई के इस एलान ने देश में एक बार फिर नोटबंदी की याद दिला दी है. वहीं अब कांग्रेस से लेकर तमाम राजनीतिक दल मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
CM भूपेश बघेल ने दिया बड़ा बयान
छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने RBI पर निशाना साधते हुए कहा है कि, “RBI से हम पूछना चाहेंगे कि आपने 2000 का नोट बंद क्यों किया? कारण क्या है? आप अपने ही फैसले को 7 साल बाद बदल दे रहे हैं. नोट छापने में 1600-1700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. ये देश के करदाताओं का पैसा हैखुद का फैसला है ना मतलब जैसे थूक के चाटना.”
मार्केट से कैसे गायब हो गए नोट- सीएम गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2000 के नोट बंद होने पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, “अगर दो हजार के नोट को बंद ही करना था तो इसे लाया ही क्यों गया था. अगर दो हजार का नोट पहले से चलन में नहीं था तो इसपर को भी जवाब देना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार को यह भी बताना चाहिए की दो हजार के नोट मार्केट से कैसे गायब हो गए.