अजय राय (फोटो सोशल मीडिया)
UP News: 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के खिलाफ 26 दलों ने मिलकर इण्डिया नाम के एक मोर्चे का गठन किया जिसकी कई राज्यों में बैठके भी हुईं लेकिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में ही इस मोर्चे के प्रमुख दल कांग्रेस और क्षेत्रीय दल समाजवादी पार्टी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. इस बात की पुष्टि खुद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया में अपने दिए बयान में की है. बकौल अखिलेश यादव कांग्रेस को तय करना है कि गठबंधन है या नहीं और अगर है तो राष्ट्रीय स्तर पर ही है या फिर प्रादेशिक स्तर पर भी.
अखिलेश यादव इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने सियासी बयानबाजी के बीच कांग्रेस के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अजय राय पर अभद्र टिप्पणी करते हुए भाजपा का सहयोगी होने की भी बात कह दी जिसके बाद मध्य प्रदेश के साथ – साथ यूपी की सियासत का भी तापमान बढ़ गया.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कांग्रेस को गठबंधन नहीं करना था तो रात एक बजे तक समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करने की क्या जरुरत थी, साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती के साथ के चुनाव लड़ेगी और यूपी में भाजपा को 80 में 80 लोकसभा क्षेत्रों में हराने के लिए रणनीति बनाएगी.
इसके जवाब में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि अखिलेश यादव ऑस्ट्रेलिया और सैनिक स्कूल से पढ़े हैं लेकिन लेकिन उनकी भाषा शैली का स्तर ठीक नहीं है. अगर उनको मुझे गाली देना है तो दे लें लेकिन अगर भारतीय जनता पार्टी को हराना है तो मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन दें.
पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि भाजपा से कौन मिला हुआ है यह उत्तराखंड के बागेश्वर में हुए उपचुनाव में साफ हो गया, जब समाजवादी पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी उतार दिया था जिसकी वजह से कांग्रेस को भाजपा से हार का सामना करना पड़ा. जबकि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी को बड़े मतो से जीत मिली. ऐसे में यह साफ हो जाता है कि भाजपा के सहयोगी के तौर पर कौन काम कर रहा है.
-भारत एक्सप्रेस