पीएम मोदी और संदीप दीक्षित
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर बात की है. इस दौरान उन्होंने दिल्ली की दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी याद किया और उनकी तारीफ करते दिखे. पीएम मोदी के इस बयान को शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए लिखा, ‘हालांकि, हमारे राजनीतिक मतभेद बने हुए हैं, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत कृपा है कि उन्होंने शीला दीक्षित और उनके योगदान को याद किया. मेरी मां और प्रधानमंत्री मोदी 12 वर्षों तक एक साथ अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री रहे और अक्सर विभिन्न मंचों पर बातचीत करते थे. सार्वजनिक जीवन में ऐसा शिष्टाचार आवश्यक है.’
While our political differences remain, it is very graceful of the Prime Minister @narendramodi to remember Sheila ji and her contribution.
My Mother and PM were fellow Chief Ministers for 12 years and often interacted at various forums. Such courtesy is essential in public life. pic.twitter.com/7tQRS515eL— Sandeep Dikshit (@_SandeepDikshit) May 24, 2024
पीएम ने केजरीवाल पर साधा निशाना
दरअसल, पीएम मोदी को इस इंटरव्यू में दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को याद करने के साथ ये कहते हुए सुना जा सकता है, ‘एक और मुख्यमंत्री हैं, जो बहुत बड़ी बातें करते हैं, शीला दीक्षित को कितनी गालियां दीं और कितना बदनाम किया था और मैं व्यक्तिगत रूप से शीला दीक्षित जी का सम्मान करने वाले व्यक्तियों में से हूं. वो कांग्रेस की नेता थीं, लेकिन उनके ऊपर जो आरोप लगाए हैं और जीवन के आखिरी दिनों में उन्हें जिस तरह से बदनाम किया गया. मैंने उन्हें निकट से देखा है, ये बातें मेरे गले से नहीं उतरती हैं.’
संदीप दीक्षित की पार्टी से नाराजगी के चर्चे
इस बीच शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित की पार्टी से नाराजगी के चर्चे भी जोरों पर रहे हैं. दरअसल, शीला दीक्षित जिस उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं, उसी सीट से सूत्रों के अनुसार, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पार्टी से टिकट की मांग की थी, लेकिन उनकी जगह पर पार्टी ने कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बना दिया. ऐसे में पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं और कई नेताओं का असंतोष सामने आ गया.
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सूत्रों की मानें तो पार्टी की एक बैठक में तो कन्हैया और संदीप के बीच वाद-विवाद भी हो गया. संदीप ने कन्हैया को इस बैठक में ‘बाहरी’ तक कह दिया था, जबकि कन्हैया ने संदीप को कहा था कि आप भाजपा की भाषा बोल रहे हैं. हालांकि, बाद में इस पूरे प्रकरण से संदीप दीक्षित यह कहकर अनजान बने रहे कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था.
-भारत एक्सप्रेस
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