Bharat Express

CRPF: नक्सलियों के गढ़ जगदलपुर में गरजेंगी सीआरपीएफ की 75 महिला बाइकर, इंडिया गेट से मीनाक्षी लेखी ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार व अन्य राज्यों में नक्सलियों का प्रभाव कम करने में सीआरपीएफ की बड़ी भूमिका रही है.

CRPF

मीनाक्षी लेखी ने हरी झंडी दिखाकर महिला बाइकर्स को किया रवाना (फोटो-@M_Lekhi)

केंद्रीय अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस यानी ‘सीआरपीएफ डे’ पर आयोजित होने वाली परेड इस बार नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले बस्तर क्षेत्र के जगदलपुर में आयोजित होगी. इसी को लेकर आजादी के 75वें महोत्सव में सीआरपीएफ की 75 महिला बाइकर, दिल्ली के इंडिया गेट से छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के लिए निकली हैं. केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर इन महिला बाइकर्स को रवाना किया.

इस दौरान मीनाक्षी लेखी ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये नारी शक्ति की ताकत का प्रदर्शन करेगा. महिलाओं की तरफ से यही संदेश है कि हम संवेदनशीलता के साथ भारत की रक्षा करते हैं और CRPF ने माओवाद को लगभग समाप्त कर दिया है और जगदलपुर जो सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र था वहां पर शांति, सद्भाव और देश की रक्षा का संदेश लेकर महिला बाइकर जा रही हैं.

सीआरपीएफ ने बताया कि ये 75 महिला डेयरडेविल्स का दस्ता जगदलपुर तक 1848 किलोमीटर की दूरी 16 दिन में तय करेगा और 25 मार्च को सीआरपीएफ डे कार्यक्रम का हिस्सा बनेगा. जानकारी के मुताबिक ये महिला बाइकर दस्ता आगरा, ग्वालियर, शिवपुरी, भोपाल, नागपुर, भांद्रा, रायपुर और कोंडागांव होते हुए जगदलपुर पहुंचेगा. एक अधिकारी ने बताया कि ये सभी बाइकर्स महिलाओं को आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर नारी शशक्तिकरण पर कई तरह के संदेश देंगी.

दरअसल देश की आजादी के 75वें साल में भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है. इसके तहत देश में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. ये समारोह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेंगे.

ये भी पढ़ें: भारतीय नौसेना का हेलीकॉप्टर हुआ दुर्घटना का शिकार, चालक दल के तीन सदस्यों को बचा गया, जांच के आदेश जारी

पहली बार सीआरपीएफ का स्थापना दिवस समारोह नक्सल प्रभावित क्षेत्र जगदलपुर में 25 मार्च को आयोजित होगा. पिछले साल सीआरपीएफ डे की परेड जम्मू में आयोजित की गई थी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जगदलपुर में परेड की सलामी लेंगे. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार व अन्य राज्यों में नक्सलियों का प्रभाव कम करने में सीआरपीएफ की बड़ी भूमिका रही है.

 

Also Read