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Muzaffarnagar News: टाइम बनाकर यूपी के तमाम हिस्से को दहलाने की साजिश रच रहे शातिर जावेद और उसकी महिला साथी को यूपीएसटीएफ (UPSTF) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से बोतल टाइम बम भी बरामद किया गया है. छानबीन में सामने आया है कि गिरफ्तार जावेद का कनेक्शन नेपाल से भी है. उसका जन्म नेपाल में ही हुआ था. उसने टाइम बनाने को लेकर पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. उसने बताया है कि, एक महिला के कहने पर जावेद ने बोतल टाइम बम बनाए थे.
बता दें कि यूपी एसटीएफ की टीम ने जावेद और एक महिला को गिरफ्तार किया है. महिला की शिनाख्त इमराना के रूप में हुई है. पूछताछ में सामने आया है कि इमराना वही महिला है जिसके कहने पर जावेद ने टाइम बम बनाकर तैयार किया था. फिलहाल महिला को ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा है और वह किसी बड़ी घटना को वारदात देने की प्लानिंग कर रही थी. फिलहाल एसटीएफ उससे और पूछताछ कर रही है. तो वहीं उसके कब्जे से एसटीएफ ने 4 टाइमर बोटल बम बरामद किए हैं. वहीं पूछताछ में जावेद ने बताया है कि, उसने महिला के कहने पर टाइम बन बनाया था. एसटीएफ ने उसके पास से 4 बोतल बम आईईडी, बोतल के अन्दर गन पाउडर 999, लोहे की छोटी गोलियां कॉटन और पीओपी आदि बरामद किया है. जावेद ने टीम के सामने खुलासा किया है कि उसने ये बोतल बम इमराना के ही कहने पर बनाया था. वह बन्तीखेड़ा गांव, थाना बाबरी, जनपद शामली निवासी आजाद की पत्नी है. जो फिलहाल मुजफ्फरनगर के थाना कोतवाली नगर इलाके में कालीनदी पुलिया के पास प्रेमपुरी में रहती है.
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डाक्टरों से हासिल की थी बोतलें
यूपी एसटीएफ की टीम को छानबीन में पता चला है कि, बम बनाने के लिए जावेद ने ग्लुकोज की बोतलें डाक्टरों से हासिल की थी. जबकि लोहे की गोलियां वो साईकिल की एक दुकान से लेकर आया था. तो वहीं टाइम बम में लगाने के लिए उसने घड़ी की मशीन घड़ी बेचने वाली एक दुकान से ली थी.
50 हजार में तय हुई थी डील
जावेद ने पूछताछ में बताया है कि, इमराना से उसको बोतल बम बनाने के लिए 50 हजार में डील तय हुई थी. उसने 10 हजार रुपये पहले दिये थे और बाकी 40 हजार रुपये बम बनने के बाद देने के लिए कहे थे.
चाचा से सीखा था बम बनाना
पूछताछ के दौरान जावेद ने ये भी बताया है कि, उसने बम बनाने का काम अपने चाचा मौहम्मद अर्शी पुत्र खलील से सीखा था. उसने बताया कि, अर्शी मुजफ्फरनगर के मिमलाना रोड पर मौजूद रामलीला टीला थाना कोतवाली नगर इलाके में रहते हैं और पटाखे बनाने का काम करते हैं. उनसे ही उसने बम बनाने का काम सीखा था और इसी के बाद महिला के कहने पर बम बना रहा था.
इंटरनेट के जरिए हासिल की तमाम जानकारी
जावेद ने बताया कि चाचा के घर पर ही रहकर उसने बारूद और बोतल बम (आईईडी) बनाने का काम सीखा था और इससे जुड़ी तमाम जानकारी उसने यू-टयूब चैनल और इन्टरनेट के ज़रिए हासिल की थी. फिलहाल जावेद ने पूछताछ के दौरान ये नहीं बता सका है कि इस टाइम बन का इस्तेमाल कहां होना था. उसने बतायाहै कि, इसके बारे में इमराना ही जानती है. फिलहाल एसटीएफ इमराना से इस सम्बंध में पूछताछ कर रही है.
जावेद की मां है नेपाली
जावेद ने पूछताछ में बताया कि उसकी मां का नाम नीतू है और वह नेपाल में लाजीम पार्ट, खरसानी ताल, काठमाण्डू की रहने वाली है. उसने बताया कि उसके पिता नेपाल घूमने गये थे और वहीं उसकी मां से सम्पर्क में आए और फिर शादी कर ली. उसके 2 भाई और 1 बहन हैं. सभी का जन्म नेपाल में ही हुआ था. बहन की शादी नेपाल में ही हुई है और उसका भाई अमेरिका के न्यूयार्क में रहकर एमसीआर शॉपिंग स्टोर पर काम करता है. उसने अपनी पढ़ाई को लेकर बताया कि, उसकी नर्सरी से कक्षा 7 तक की पढाई नेपाल में ही हुई थी और इसी के बाद वह अपने दादा के साथ मुजफ्फरनगर आ गया था.
-भारत एक्सप्रेस