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PM Modi’s 25 Years: गुजरात से केंद्र की सरकार तक, भारत को प्रगति की ओर ले जाने का नरेंद्र मोदी का सफर

पीएम मोदी के 25 वर्षों में भारत ने प्रगति की राह पकड़ी. गुजरात से लेकर केंद्र तक, विकास, सुशासन और गरीब कल्याण पर फोकस रहा. आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचे और वैश्विक स्तर पर भारत की छवि बदली.

PM Narendra Modi

भाजपा नेता व पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

नरेंद्र मोदी के राजनीतिक जीवन के 25 वर्ष भारत की प्रगति और विकास की कहानी रहे हैं. 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी ने राज्य को आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास में अग्रणी बनाया. उनकी नीतियों ने गुजरात को निवेश का पसंदीदा गंतव्य बनाया और औद्योगिक विकास को गति दी. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, मोदी ने इन अनुभवों को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया, जिससे भारत की विकास यात्रा में नई दिशा मिली.

आर्थिक सुधार और विकास

मोदी सरकार के 11 सालों में आर्थिक सुधारों पर विशेष ध्यान रहा. मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं ने भारत को वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर मजबूत स्थिति दी. जीएसटी (Goods and Services Tax) जैसे ऐतिहासिक कर सुधार ने देश की अर्थव्यवस्था को एकीकृत किया. इसके अलावा, बैंकों के समेकन और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सुधारों ने वित्तीय क्षेत्र को मजबूत किया. मोदी के नेतृत्व में भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, और विदेशी निवेश में वृद्धि हुई.

PM Modi

बुनियादी ढांचे में हुए सुधार

बुनियादी ढांचे के विकास में मोदी सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाए. सड़क, रेल, हवाई अड्डे और बंदरगाहों के निर्माण ने देश की कनेक्टिविटी में सुधार किया. प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना ने मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया, जिससे logistics की लागत कम हुई. इसके अलावा, स्वच्छ भारत मिशन ने देश को खुले में शौच से मुक्त किया, जबकि उज्ज्वला योजना ने गरीब परिवारों को सस्ती रसोई गैस उपलब्ध कराई.

आयुष्मान भारत से गरीब कल्याण

गरीब कल्याण मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है. आयुष्मान भारत योजना ने 10 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया, जबकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया. डायरेक्ट बेनefit ट्रांसफर (DBT) ने सब्सिडी को सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचाया, जिससे भ्रष्टाचार कम हुआ. साथ ही, जन धन योजना ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया, और 50 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए.

वैश्विक स्तर पर भारत की छवि मजबूत

मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि में सुधार हुआ है. उनकी विदेश नीति ने भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया. विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मोदी की सक्रियता ने भारत की आवाज को मजबूती दी. कोविड-19 महामारी के दौरान, भारत ने वैक्सीन डिप्लोमेसी के माध्यम से दुनिया को सहायता पहुंचाई, जिससे उसकी वैश्विक छवि और मजबूत हुई.

हालांकि, मोदी के कार्यकाल में कुछ चुनौतियां भी रही हैं, जैसे बेरोजगारी, आय असमानता और किसानों के मुद्दे. इन चुनौतियों के बावजूद, मोदी सरकार ने प्रगति की दिशा में निरंतर प्रयास किए हैं. भविष्य में, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इन मुद्दों पर और ध्यान देने की आवश्यकता है.

मोदी के 25 वर्षों ने भारत को प्रगति की राह पर ला खड़ा किया है. चाहे वह आर्थिक सुधार हो, बुनियादी ढांचे का विकास, या गरीब कल्याण, हर क्षेत्र में मोदी की नीतियों ने देश को नई दिशा दी है. वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती भूमिका और जनता के जीवन में सुधार मोदी के नेतृत्व की सफलता को दर्शाते हैं.

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