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NEET काउंसलिंग पर रोक से सुप्रीम कोर्ट ने किया मना, खत्म होंगे ग्रेस मार्क्स, इतने छात्र दे सकते हैं दोबारा परीक्षा

NEET-UG के रिजल्ट आने के बाद पेपर के लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क दिए जाने जैसे आरोपों के कारण विरोध प्रदर्शन शुरू हुए और 7 उच्च न्यायालयों तथा सर्वोच्च न्यायालय में मामले दायर किए गए.

मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG के रिजल्ट आने के बाद देश भर में इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. (फोटो: IANS)

NEET Exam Result Controversy: बीत 4 जून को मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG 2024 के रिजल्ट आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. छात्र रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकार परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (13 जून) को NEET-UG 2024 में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा ग्रेस मार्क दिए जाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं का निपटारा कर दिया.

इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने 5 मई को आयोजित इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा के दौरान समय बर्बाद होने के लिए ग्रेस मार्क पाने वाले 1,563 उम्मीदवारों को फिर से परीक्षा देने का विकल्प देने की केंद्र की सिफारिश को स्वीकार कर लिया.

जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की अवकाशकालीन पीठ को केंद्र और NTA के वकील ने बताया कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, उन्हें दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा. अदालत ने कहा कि वह ए​डमिशन के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाएगी.

23 जून को होगी परीक्षा

सुप्रीम कोर्ट ने NTA को 23 जून को दोबारा परीक्षा आयोजित करने और उन 1,563 छात्रों के स्कोरकार्ड रद्द करने की अनुमति दे दी है, जो परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं. जो छात्र परीक्षा में शामिल नहीं होना चाहते हैं, उनके मूल स्कोरकार्ड (ग्रेस मार्क्स के बिना) पर विचार किया जाएगा.

NTA ने अदालत को बताया कि 6 जुलाई से शुरू होने वाली काउंसलिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए दोबारा होने वाली परीक्षा के रिजल्ट 30 जून से पहले घोषित किए जाएंगे.


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अदालत ने नोटिस जारी किया

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने NEET परीक्षा के आयोजन में कथित गड़बड़ियों को लेकर दायर याचिकाओं के संबंध में नोटिस जारी किया. नोटिस को 8 जुलाई को सुनवाई के लिए आने वाली याचिकाओं के साथ टैग किया गया. इनमें से एक याचिका फिजिक्सवाला के सीईओ अलख पांडेय द्वारा दायर की गई थी. इनमें पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के आरोपों के कारण NEET-UG 2024 को रद्द करने की मांग वाली याचिकाएं भी शामिल हैं.

क्यों हुआ विवाद

NTA ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की थी और करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने इसमें हिस्सा लिया था. नतीजे 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन आंसर शीट चेक कर लिए जाने कारण रिजल्ट 4 जून को घोषित कर दिए गए.

रिजल्ट आने के बाद पेपर के लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क दिए जाने जैसे आरोपों के कारण विरोध प्रदर्शन शुरू हुए और 7 उच्च न्यायालयों तथा सर्वोच्च न्यायालय में मामले दायर किए गए.

अनियमितताओं की आशंका

इतना ही नहीं NTA के इतिहास में अभूतपूर्व रूप से 67 विद्यार्थियों ने 720 अंक में से 720 अंक दिए गए, जिनमें से हरियाणा के फरीदाबाद स्थित एक केंद्र के 6 छात्रों के नाम भी सूची में शामिल हैं, जिससे अनियमितताओं की आशंका पैदा हो गई.

10 जून को दिल्ली में बड़ी संख्या में छात्रों ने कथित अनियमितताओं की जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि ग्रेस मार्क्स की वजह से 67 छात्रों को शीर्ष रैंक मिली.

NTA देशभर में सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए NEET-UG परीक्षा आयोजित करता है.

-भारत एक्सप्रेस

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