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NEET UG Exam Result 2024: नीट परीक्षा में धांधली की जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

NEET UG exam 2024: याचिका में मांग की गई है कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जाए, साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की गई है.

Supreme Court Bar Association

Supreme Court

NEET परीक्षा 2024 में धांधली की जांच की मांग को लेकर लगातार याचिका दाखिल करने का सिलसिला जारी है. अब तक देश भर के 7 हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हो चुकी है. जिसमें 40 हजार के आसपास छात्रों ने सहमति दी है. सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई मांग को लेकर एक और याचिका दायर की गई है. याचिका में मांग की गई है कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जाए, साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की गई है.

नीट परीक्षा आयोजन करने वाला एजेंसी NTA लगातार सवालों के घेरे में है. मगर NTA का कहना है कि परीक्षा में कोई धांधली नही हुई है. केवल छह केंद्रों पर प्रश्नपत्र कुछ देर से बांटे जा सके. केवल 1600 अभ्यर्थियों की शिकायत है, उसका समाधान किया जा रहा है. सवाल यह है कि रजिस्ट्रेशन के लिए अचानक एक दिन का समय क्यों दिया है.

बिहार पुलिस ने पेपर लीक मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस को जल हुए नोट पेपर मिले थे, उसके बावजूद NTA ने कार्रवाई क्यों नही की. समय खराब होने पर NTA ने ग्रेस मार्क्स दिया, क्या इसके लिए गवर्निंग बॉडी से मंजूरी ली गई थी? झझर के हरदयाल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा है कि उनके यहां कोई भी छात्र परीक्षा देने लेट से नहीं पहुचा, तो सवाल यह है कि फिर ग्रेस मार्क्स क्यों दिया गया. क्योंकि इस स्कूल के 6 बच्चों को 720 में 720 अंक मिले है.

अंतिम सवाल यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने NTA को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. 8 जुलाई को सुनवाई होगी और 6 जुलाई से काउंसलिंग शुरू होने जा रही है तो इसे NTA आगे क्यों नही बढ़ा रहा है? NTA ने 5 मई को 4 हजार 750 केंद्रों पर नीट-यूजी की परीक्षा आयोजित की थी और करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने इसमें हिस्सा लिया था. नतीजे 14 जून को आने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए गए.

याचिकाकर्ताओं का मानना है कि NTA की तरफ से गठित समिति की जांच से शायद ही असलियत पता चल सकेगी. ऐसे गंभीर मामले को ढकने-छिपाने की कोशिशों के बजाए निष्पक्ष जांच कराने का कोई भरोसेमंद रास्ता निकालना चाहिए, ताकि लोगों बाकी एजेंसी की परीक्षा प्रणाली पर भरोसा कायम हो सके.

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-भारत एक्सप्रेस



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