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NIA PLFI Raid: एनआईए ने बैन संगठन के खिलाफ लिया बड़ा एक्शन, 4 राज्यों पर मारी रेड, जब्त किया गोला-बारूद का जखीरा

NIA PLFI Raid: पीएलएफआई के खिलाफ सरकार ने बैन लगाने का फैसला किया था. इसके बाद से ही एनआईए लगातार संगठन पर एक्शन ले रहा है.

NIA की छापेमारी (फाइल फोटो)

NIA PLFI Raid: PLFI के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए देश विरोधी गतिविधियों के आरोपों में सरकार ने उसे बैन कर दिया है. इसके बाद से ही संगठन के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी सख्त एक्शन लिए हैं. कुछ ऐसा ही एक बार फिर हुआ है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को पीएलएफआई के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एनआईए की ओर से यह छापेमारी चार राज्यों में की गई. जानकारी के मुताबिक इस छापेमारी गोला-बारूद बरामद हुआ है. साथ ही ठिकानों से भारतीय सेना की वर्दी भी जब्त की है.

NIA ने जिन आरोपियों और संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की है, वे सभी झारखंड में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन PLFI के कैडर और समर्थक थे. इन पर हिंसक वारदातों को अंजाम देने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल होने का आरोप है. NIA की ओर से शुक्रवार को की गई छापेमारी में झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और नई दिल्ली में संगठन से आरोपियों से जुड़े कुल 23 स्थानों की तलाशी ली गई. इनमें झारखंड में 19 स्थान (गुमला, रांची, खूंटी, सिमडेगा, पलामू और पश्चिमी सिंहभूम जिले), बिहार (पटना जिला) और मध्य प्रदेश (सिद्धि जिला) में एक-एक स्थान और नई दिल्ली में दो स्थान शामिल हैं.

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छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान बिहार के रमन कुमार सोनू उर्फ सोनू पंडित और दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के निवेश कुमार के रूप में हुई है. देश के अलग-अलग राज्यों में पीएलएफआई के नेताओं, कैडरों और समर्थकों की ओर से जबरन वसूली से संबंधित मामले में NIA की ओर से दर्ज FIR में दोनों आरोपियों का नाम शामिल है. NIA की तलाशी के दौरान दो पिस्तौल, जिंदा कारतूस के अलावा 30 लाख रुपए नकद, डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज, के साथ-साथ आपत्तिजनक सामग्री और सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए गए हैं. जबरन वसूली के मामले में एनआईए की ओर से 11 अक्टूबर 2023 को एफआईआर दर्ज की गई थी.

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NIA की अब तक की जांच से पता चला है कि प्रतिबंधित संगठन के कैडर ने झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों और व्यापारियों से जबरन वसूली के माध्यम से धन जुटाने के काम करते थे.

दोनों आरोपी सुरक्षाबलों पर हमला, हत्या, आगजनी और समाज में दहशत पैदा करने के लिए विस्फोटकों, आईईडी का उपयोग सहित आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे.

-भारत एक्सप्रेस

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