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NSE फोन टैपिंग केस: CBI ने दाखिल की चार्जशीट, कई बड़े अफसरों पर गंभीर आरोप

सीबीआई ने कहा है कि जांच के दौरान यह पाया गया कि एक आरोपी (आरोपी निजी कंपनी का तत्कालीन निदेशक) बडे पद पर पुलिस अधिकारी था और कथित तौर पर उक्त कंपनी के मामलों का मैनेजमेंट देख रहा था.

Bihar

सांकेतिक फोटो (सोशल मीडिया)

CBI: सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दिल्ली और मुंबई की एक निजी कंपनी और उसके तत्कालीन निदेशक पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय सहित तत्कालीन वरिष्ठ सूचना सुरक्षा विश्लेषक और एनएसई के अधिकारी यानी तत्कालीन कार्यकारी उपाध्यक्ष के खिलाफ फोन टैपिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की है.

सीबीआई ने आरोपी कंपनी और दूसरे आरोपियों के खिलाफ 7 जुलाई 2022 को मामला दर्ज किया था. सीबीआई को नेशनल स्टॉक एक्स्चेंज (NSE ) में को- लोकेशन घोटाले से संबंधित एक अन्य मामले की जांच के दौरान, एनएसई कर्मचारियों के लैंडलाइन फोन को अवैध तरीके से इंटरसेप्ट करने के एक मामले का पता लगा था. इसमे आरोप लगाया गया था कि एनएसई में व्यक्तिगत कॉल लाइनों की गैर कानूनी तौर पर रिकॉर्डिंग और निगरानी 1997 में शुरू हुई जब एनएसई के तत्कालीन एमडी ने एनएसई कर्मचारियों की कॉल लाइनों को एक निजी कंपनी द्वारा प्रदान किए गए डिजिटल वॉयस रिकॉर्डर से जोड़ा.

1997-2009 के दौरान तत्कालीन डीएमडी ने एनएसई कर्मचारियों की मदद से कथित तौर पर इंटरसेप्शन की निगरानी की. आरोप ये भी था कि 2009 के दौरान, फोन कॉलों की निगरानी का काम दिल्ली और मुंबई की एक निजी कंपनी को दिया गया था. कथित तौर पर गोपनीयता बनाए रखने के लिए इस निजी कंपनी को साइबर क्राइम से बचाने के नाम पर टेंडर जारी किया गया था. इस निजी कंपनी के कर्मचारियों को इन फोन कॉल्स को सुनने और एनएसई के तत्कालीन कार्यकारी उपाध्यक्ष और तत्कालीन प्रमुख को साप्ताहिक रिपोर्ट देने के लिए एनएसई परिसर में गैर कानूनी तरीके प्रवेश भी दिया गया था.

सीबीआई ने कहा है कि जांच के दौरान यह पाया गया कि एक आरोपी (आरोपी निजी कंपनी का तत्कालीन निदेशक) बडे पद पर पुलिस अधिकारी था और कथित तौर पर उक्त कंपनी के मामलों का मैनेजमेंट देख रहा था. इस निजी कंपनी को 8 सालों में 4.54 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया था। इसी आरोप में सीबीआई ने जांच के दौरान उस निजी कंपनी के तत्कालीन निदेशक, एनएसई के तत्कालीन एमडी और तत्कालीन डीएमडी/एमडी को गिरफ्तार भी किया था.

दिल्ली और मुंबई स्थित प्राइवेट कंपनी औऱ डायरेक्टर के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट में प्रमुख आरोपियों के नाम:-

-आईएसईसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड; संजय पाण्डेय, (आई.एस.ई.सी. के तत्कालीन निदेशक)

-नमन चतुर्वेदी,( ISEC के तत्कालीन वरिष्ठ सूचना सुरक्षा विश्लेषक)

-ISEC के जगदीश तुकाराम दलवी

-NSE के अधिकारी रवि( तत्कालीन कार्यकारी उपाध्यक्ष)

-तत्कालीन प्रबंध निदेशक- सुश्री चित्रा रामकृष्ण

-तत्कालीन डीएमडी/प्रबंध निदेशक- श्री आनंद सुब्रमण्यम,

-तत्कालीन ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर- एस.बी. ठोसर

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