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Nuh Yatra: नूंह ब्रजमंडल यात्रा को नहीं दी गई परमिशन, स्थानीय श्रद्धालुओं ने पुलिस सिक्योरटी में किया नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक, CM बोले- ‘सूबे में शांति..’

Nuh violence : हरियाणा के नूंह में सावन के आखिरी सोमवार, यानी आज दिनभर तनाव भरा माहौल रहा. विश्व हिंदू परिषद यहां ब्रजमंडल यात्रा निकालने पर अड़ी थी. 31 जुलाई को यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी, जिसके कारण यात्रा अधूरी रह गई थी. सीएम खट्टर का बयान आया है, जिसका हिंदूवादी विरोध कर रहे हैं.

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नूंह में ब्रजमंडल यात्रा आज इस तरह से पूरी की गई. 51 भक्तों को पैदल नहीं चलने दिया गया. पुलिस ने तीनों मंदिरों में ले जाकर जलाभिषेक कराया. बाहरी लोगों को जिले में एंट्री नहीं दी गई. धारा 144 लागू रही.

Nuh news Today: हरियाणा के नूंह में मंदिरों तक निकाली गई हिंदू अनुयायियों की ब्रजमंडल यात्रा पर 31 जुलाई को पथराव किए जाने से भड़की हिंसा से माहौल अब तक तनावपूर्ण है. विश्व हिंदू परिषद (VHP), सर्वजातीय हिंदू महापंचायत और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठन ब्रजमंडल यात्रा को तब पूरा नहीं कर पाए थे, इसलिए इस यात्रा को सावन के आखिरी सोमवार आज यानी 28 अगस्त को पूरा करना चाहते थे, लेकिन सरकार ने इसकी परमिशन नहीं दी.

ब्रजमंडल यात्रा की परमिशन न मिलने के कारण विश्व हिंदू परिषद (VHP), सर्वजातीय हिंदू महापंचायत और बजरंग दल के आह्वान पर हिंदू संगठन सोमवार को पैदल ब्रजमंडल यात्रा नहीं निकाल पाए. हालांकि, प्रशासन ने 11 लोगों को शोभायात्रा के लिए जाने दिया. इससे पहले पुलिस की सिक्योरिटी में 51 लोगों को जलाभिषेक के लिए नलहरेश्वर मंदिर ले जाया गया था. मगर, यात्रा के आधिकारिक तौर पर नहीं निकालने देने के कारण हिंदू संगठन और तीर्थयात्री निराश हैं. बताया जा रहा है कि प्रशासन ने दोबारा उपद्रव होने के डर से यात्रा की परमिशन नहीं दी. इसके पीछे नूंह SP की ओर से दी गई 300 पेज की रिपोर्ट मानी जा रही है. पुलिस को लगता था, कि उपद्रवी तीर्थयात्रा में विघ्‍न डाल सकते थे.

कुछ ही लोगों को नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक कराया
जानकारी के मुताबिक, नूंह जिला प्रशासन ने 51 लोगों को पुलिस सिक्योरिटी के बीच 3 गाड़ियों में ले जाकर पहले नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक कराया. उसके बाद उन सबको गाड़ियों में ही फिरोजपुर झिरका के रास्ते सिंगार स्थित राधाकृष्ण मंदिर पहुंचाया गया. तीनों जगह जलाभिषेक के बाद यात्रा का समापन हो गया. ध्‍यान देने वाली बात यह रही कि ये लोग पैदल यात्रा नहीं कर पाए. वहीं, अयोध्‍या से आए कुछ साधुओं को भी पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया, जिसके कारण वे वहीं धरने पर बैठ गए. पुलिस का कहना था कि, राज्‍य से बाहर के लोगों को यहां आने की परमिशन नहीं है, क्‍योंकि ये प्रशानिक निर्देश दिए गए हैं. धारा 144 भी लागू कर दी गई थी.

प्रशासनिक अधिकारियों के बयान- शांति है
देर शाम को नूंह के डीसी डीसी धीरेंद्र खड़गटा और हरियाणा की एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ममता सिंह के बयान आए. उन्‍होंने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जलाभिषेक कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने की जानकारी दी. सबने कहा कि, जलाभिषेक के लिए जाने की परमिशन दी गई थी, लेकिन ब्रजमंडल यात्रा, पैदल यात्रा की परमिशन नहीं दी गई.

रात 8 बजे मुख्यमंत्री खट्टर ने कहीं ये बातें
रात 8 बजे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी बयान आया. मुख्‍यमंत्री ने चंडीगढ़ में कहा, ‘मैं नूंहवासियों का आभारी हूं. हमने कई संगठनों से अपील की थी कि वे यात्रा पर ज्यादा जोर न दें. मैं उन्हें हमारी बात सुनने के लिए धन्यवाद देता हूं और आज जलाभिषेक कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.’ इसी प्रकार गृहमंत्री अनिल विज ने भी कहा कि हमारा ध्यान शांति-व्यवस्था बनाने रखने पर है. प्रदेश में अब माहौल ठीक है.

31 जुलाई को हुई हिंसा में कई लोग मारे गए थे
31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी. बता दें ि‍क, ये हिंसा एक समुदाय के लोगेां द्वारा तीर्थयात्रियों पर पत्‍थरबाजी के उपरांत भड़की थी. 31 जुलाई की यात्रा के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने परमिशन ली थी. हालांकि, फिर जो हिंसा हुई, उसके कारण यात्रा पूरी नहीं हुई थी. ऐसे में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने सावन के आखिरी सोमवार को इसे पूरा करने का ऐलान किया, सर्व हिंदू समाज के नाम से यात्रा की परमिशन मांगी, पर परमिशन नहीं दी गई.

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