कोच्चि वाटर मेट्रो की झलक
Water Metro: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कल पहली वॉटर मेट्रो की सौगात देने जा रहै हैं. कल 25 अप्रैल 2023 को कोच्चि और उसके आस-पास के दस द्वीपों के बीच इस सेवा की शुरुआत होगी. इन इलाकों में पटरियों पर चलने वाली मेट्रो की राह में कई तरह की बाधाओं को देखते हुए यह सेवा शुरू की जा रही है. कोच्चि वाटर मेट्रो को बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में अहम परियोजना बताया जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि इससे परिवहन को भी बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी.
केरल का “ड्रीम प्रोजेक्ट”
पानी पर चलने वाली इस मेट्रो को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि यह राज्य का “ड्रीम प्रोजेक्ट” है. केरल के कोच्चि में शुरु होने जा रहा यह मेट्रो शुरुआती दौर में 78 किलोमीटर के दायरे में फैला है, जोकि 15 मार्गों से होती हुई जाएगी. वहीं हर 15 मिनट में लोगों को अपनी यात्रा के लिए यह उपलब्ध रहेगी.
12 घंटे मिलेगी सुविधा
कोच्चि वाटर मेट्रो में 78 इलेक्ट्रिक नौकाएं शामिल हैं. वहीं बात करें दिन में इसके उपलब्धता की तो यह लोगों के लिए 12 घंटे उपलब्ध रहेगी. इसकी शुरुआत जहां 23 नावों से होगी वही इसके लिए 14 टर्मिनल बनाए गए हैं. यात्री क्षमता देखी जाए तो प्रत्येक मेट्रो में 50 से 100 यात्रियों के बैठने की सुविधा है. कोच्चि वाटर मेट्रो की लागत 1,136.83 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
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डिजिटल रूप से बुक कर सकते हैं टिकट
घनी आबादी माने जाने वाले कोच्चि में वाटर मेट्रो सेवा की शुरुआत से यातायात की भीड़ कम होगी. आधुनिक वाटर मेट्रो परियोजना पर्यावरण के अनुकूल होगी और पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी. इसके लिए टिकट को डिजिटल रूप से बुक किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि कोच्चि वाटर मेट्रो परियोजना के चलने से इन द्वीपों पर रहने वाले एक लाख से ज्यादा द्वीपवासियों को इसका लाभ मिलेगा. वहीं वाटर मेट्रो के चलने से रोजगार के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी होगी. पर्यटन के अलावा व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी यह परियोजना उपयोगी सिद्ध होगी.
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