

भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 6 से 10 मई के दरमियान पाकिस्तान के खिलाफ अभूतपूर्व सैन्य कार्रवाई की, जिसने पाक वायुसेना को “अंधा, सुन्न और लकवाग्रस्त” कर दिया. यह ऑपरेशन विगत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए उस जघन्य आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
अब न्यूज एजेंसी ANI ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया है कि भारत की सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना लाचार हो गई थी. पाकिस्तानी वायुसेना को समझ में ही नहीं आ रहा था कि हमले का बचाव कैसे किया जाए.
बहावलपुर और मुरिदके में प्रभावी हमले
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर बहावलपुर और मुरिदके में आतंकी ठिकानों पर प्रारंभिक हमले किए, जिसके बाद पाकिस्तान ने चाइनीज और तुर्की मेड ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया. लेकिन भारत की मल्टीलेयर वायु रक्षा प्रणाली ने इन्हें नाकाम कर दिया.
पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह हुए
9-10 मई की रात को भारतीय जेट्स और मिसाइलों ने चकलाला, सरगोधा, भोलारी और कराची सहित पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों को निशाना बनाया. रैंपेज और स्काल्प मिसाइलों से लैस मिराज, राफेल और सुखोई-30 विमानों ने सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की रडार प्रणाली और कमांड सेंटर नष्ट हो गए.
600 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोनों को भी मार गिराया
सूत्रों के अनुसार, पाक वायुसेना का 20% बुनियादी ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ और कई युद्धक विमान नष्ट हुए. भारतीय सेना ने 600 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोनों को भी मार गिराया. पाकिस्तान की वायुसेना कमजोर पड़ने के कारण अपनी सीमा के भीतर ही उड़ान भरने को मजबूर हुई. अंततः 10 मई को पाकिस्तान ने संघर्षविराम की मांग की.
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को भी दर्शाया.
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