
प्रतीकात्क फोटो.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कामयाबी के बाद केंद्र सरकार ने 8 मई गुरुवार को सुबह 11 बजे सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है. यह बैठक संसद परिसर स्थित पुस्तकालय भवन के समिति कक्ष (G-074) में होगी. बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू जैसे वरिष्ठ मंत्री सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे.
बैठक का उद्देश्य विपक्षी दलों को इस सैन्य अभियान की जानकारी देना और देश की सुरक्षा से जुड़े आगामी कदमों पर चर्चा करना है. इस बारे में जानकारी साझा करते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सरकार ने 8 मई को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा की जा सके.”
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. पीएम मोदी ने सेना की बहादुरी की खुलकर तारीफ की, जबकि मंत्रिमंडल ने इस सफल ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी और उनके नेतृत्व पर भरोसा जताया. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी ने अभियान के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा और हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी.
सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की साझा प्रेस कांफ्रेंस
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई. इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी मौजूद रहीं. इस प्रेस ब्रीफिंग में सेना ने आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई की फुटेज भी दिखाई.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी दी, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले के शिकार लोगों को न्याय दिलाने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया गया. इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाकर नष्ट किया गया. ये सभी ठिकाने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में फैले हुए थे. मुजफ्फराबाद स्थित सवाई नाला कैंप सबसे पहला लक्ष्य था, जो लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा प्रशिक्षण केंद्र था. यहीं से सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमलों में शामिल आतंकियों ने ट्रेनिंग ली थी.”
वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि यह ऑपरेशन रात 1:05 बजे से 1:30 बजे तक चलाया गया. उन्होंने बताया, “हमने ऐसे ठिकानों को चुना जहां नागरिक आबादी को कोई नुकसान न हो. हमारी प्राथमिकता थी कि आतंकियों को खत्म किया जाए लेकिन आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो.”
-भारत एक्सप्रेस
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