सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
Pathan Controversy: पठान फिल्म विवाद में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ( Deepika padukone) की जगह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वायरल तस्वीर पर यूपी पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए एफआईआर (FIR) दर्ज की है. रविवार से सोशल मीडिया में दिख रही इस तस्वीर की तह तक यूपी पुलिस जाने की कोशिश कर रही है कि इस तस्वीर को बनाने और अपलोड करने में किसकी भूमिका है. पुलिस ये जानने की भी कोशिश कर रही है कि इस वीडियो के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं.
दरअसल, पठान फिल्म में दीपिका पादुकोण की तरह कपड़े पहने हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर वायरल हुई थी. मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लखनऊ के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की है. मामला आईटी एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज हुई है. डीजीपी मुख्यालय की साइबर एक्सपर्ट टीम को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
वीडियो की सच्चाई क्या है?
वायरल वीडियो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान देने का भी दावा किया गया था. लेकिन सच्चाई ये है कि यूपी के मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई बयान ही नहीं दिया है. वीडियो की तह तक जाने पर पता चला कि दावे पूरी तरह गलत हैं. वीडियो में मुख्यमंत्री का वो बयान साल 2015 का है. उस वक्त वो गोरखपुर के सांसद थे.
वीडियो किसी बड़ी साज़िश का हिस्सा?
सोशल मीडिया में अपलोड किए गए इस वीडियो में योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं, “शाहरुख खान को इस बात को याद रखना चाहिए कि अगर इस देश का बहुसंख्यक समाज उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर देगा तो एक आम मुसलमान की तरह उनको भी सड़को पर भटकना पड़ेगा. ” पठान फिल्म विवाद की वजह दीपिका का बोल्ड लुक है, जिसमें वो भगवा रंग की मोनोकिनी में ‘बेशर्म रंग’ गाने में दिख रही है. हिंदू संगठन गाने में भगवा रंग के इस्तेमाल से नाराज़ है तो मुस्लिम संगठन का आरोप है कि इसमें उनके धर्म को निशाना बनाया गया है. पठान ऐसे बिल्कुल नहीं होते जैसा उनको फिल्म में दिखाया गया है. पठान फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है उससे पहले ही बायकॉट की मांग भी तेज़ हो गई है.
-भारत एक्सप्रेस
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