प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
बांग्लादेश में मचे उथल-पुथल के बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है. जिसमें पीएम मोदी बोल रहे हैं कि उन्होंने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था और जेल भी गए थे. ये वीडियो साल 2021 का है, जब बांग्लादेश अपनी आजादी की 50वीं सालगिरह मना रहा था. तब पीएम मोदी ने बांग्लादेश का दौरा किया था. जहां उन्होंने राजधानी ढाका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ये बातें कही थीं.
“बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था”
पीएम मोदी ने उस दौरान कहा, बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ाई में शामिल होना, मेरे जीवन के आंदोलनों में से एक था. उस दौरान मेरी उम्र करीब 20-22 साल रही होगी, जब मैंने अपने कुछ साथियों के साथ बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था. उस दौरान मैंने गिरफ्तारी दी थी और जेल भी गया था.
“कभी भी किसी के दबाव में नहीं टूटेगा संबंध”
बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती पर नेशनल परेड स्क्वायर मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वालों और भारतीय जवानों का रक्त साथ-साथ बहा था. जिसने ऐसे संबंधों का निर्माण किया, जो कभी भी किसी के दबाव में नहीं टूटेगा.
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पीएम मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान की सेना ने जो अपराध और अत्याचार किए, वो तस्वीरें विचलित करती थीं, भारत में लोगों को कई-कई दिनों तक सोने नहीं देती थीं.
1971 में हुआ था युद्ध
25 मार्च, 1971 को शुरू हुआ था बांग्लादेश मुक्ति युद्ध, जो 9 महीनों तक चला और आखिरकार 16 दिसंबर, 1971 को पश्चिमी पाकिस्तान से अलग होकर पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश बन गया. नाम पड़ा- बांग्लादेश. बांग्लादेश मुक्ति युद्ध का नारा भी था-आमार शोनार बांग्ला.
-भारत एक्सप्रेस
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