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PM Modi: विरासत और विकास की पटरी पर चल रहा है भारत, बोले पीएम मोदी

PM Modi: प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि 1824 में जन्मे महर्षि दयानंद सरस्वती ने अपने समय की सामाजिक असमानताओं से निपटने के लिए आर्य समाज की स्थापना की थी.

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पीएम मोदी

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत पूरे स्वाभिमान के साथ अपनी विरासत पर गर्व रहा है और इस बात पर जोर दे रहा है कि वह आधुनिकता लाने के साथ ही अपनी परंपराओं को मजबूत करेगा.

दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि यह अवसर ऐतिहासिक है और भविष्य के इतिहास को निर्मित करने का है. यह पूरे विश्व के मानवता के भविष्य के लिए प्रेरणा का फल है. स्वामी दयानंद जी और उनका आदर्श था हम पूरे विश्व को श्रेष्ठ बनाए. पीएम मोदी ने कहा जब महर्षि दयानंद का जन्म हुआ था तब देश सदियों की गुलामी से कमजोर पड़ कर अपनी आभा, अपना तेज, अपना आत्मविश्वास सब कुछ खोता चला जा रहा था. प्रति क्षण हमारे संस्कार, आदर्श को चूर-चूर करने का प्रयास होता था. उन्होंने कहा, ‘‘अगर 21वीं सदी में मेरे साथ ऐसा है तो सोचिए कि 150 साल पहले समाज को रास्ता दिखाने में स्वामी दयानंद को किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा होगा.’’

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि ‘‘महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा दिखाया गया मार्ग करोड़ों लोगों में आशा जगाता है.’’ मोदी ने इस मौके को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह मानवता के भविष्य के लिए प्रेरणा है.
उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती भारत की महिलाओं के सशक्तीकरण की आवाज बने और उन्होंने सामाजिक भेदभाव और छुआछूत के खिलाफ एक मजबूत अभियान चलाया. मोदी ने कहा कि आज देश की बेटियां सियाचिन में तैनात होने से लेकर राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने तक प्रमुख भूमिकाएं निभा रही हैं.

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि 1824 में जन्मे महर्षि दयानंद सरस्वती ने अपने समय की सामाजिक असमानताओं से निपटने के लिए आर्य समाज की स्थापना की थी. इसने कहा कि आर्य समाज ने सामाजिक सुधारों और शिक्षा पर जोर देकर देश की सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बयान में कहा गया कि सरकार समाज सुधारकों और महत्वपूर्ण हस्तियों, विशेष रूप से उन लोगों को सम्मानित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके योगदान को अभी तक अखिल भारतीय स्तर पर उपयुक्त श्रेय नहीं दिया गया है. इसमें कहा गया कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित करने से लेकर श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने तक प्रधानमंत्री मोदी इस तरह की पहल का नेतृत्व आगे बढ़कर कर रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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