प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: IANS)
Indore News: इंदौर पंचकुइयां रोड स्थित श्री युग पुरुष धाम आश्रम में छह बच्चों की मौत के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी भी सख्त दिखाई दे रहे हैं. इस मामले की चर्चा पूरे देश में हो रही है. इस घटना की गम्भीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने एक जांच दल इंदौर भेजा है.
इंदौर जाने वाली जांच टीम की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि अब मामला इंदौर का नहीं राज्य और राष्ट्रीय स्तर का हो गया है. जांच कर मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सबमिट की जाएगी. इसके आगे उन्होंने ये भी कहा कि बच्चों को कितनी गंभीरता से लेना चाहिए इसे लेकर पीएम मोदी हमेशा संवेदनशील रहते हैं. इस मामले को लेकर उन्होंने आग्रह किया है कि इस विषय को लेकर आप पूरी तहकीकात करके आएं.
इंदौर के सरकारी अधिकारी भी सवालों के दायरे में
बता दें कि जांच टीम ने इंदौर के सरकारी अधिकारियों पर भी सवाल खड़े किए हैं. डॉ. दिव्या गुप्ता ने इंदौर के सरकारी अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अधिकारियों को नियमित रूप से आश्रम जाकर जांच करनी चाहिए. इस बात को भी संज्ञान में लेना चाहिए. इस केस में हर पहलू पर बात करना होगी.
बता दें कि शनिवार को टीम ने यहां से दस्तावेज और कंप्यूटर की हार्ड डिस्क जांच में ली है और इसी के साथ ही यहां की जांच में क्या मिला उसके दस्तावेज भी प्राप्त किए हैं. जांच टीम के मुताबिक, यह रिपोर्ट पहले पीएमओ को सबमिट की जाएगी. डॉ. गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रिपोर्ट मांगी है और उनकी ओर से पीएमओ को रिपोर्ट जानी है. उन्होने बताया कि पीएमओ से रिपोर्ट भेजने को कहा गया है.
क्या है मामला?
हाल ही में इंदौर के श्री युग पुरुष धाम आश्रम में कई बच्चे एक साथ बीमार हुए थे. बता दें कि ये आश्रम 2006 में 78 बच्चों के साथ शुरू हुआ था और वर्तमान में इसमें 200 से अधिक बच्चे रह रहे थे जबकि मात्र 100 बच्चे ही रखने की क्षमता है. 80 बच्चे बीमार हुए थे जिसमें से 6 की मौत हो गई थी और शेष का इलाज चल रहा था. हालांकि 39 बच्चों का अभी भी इलाज जारी है. 1 करोड़ रुपए से अधिक दान यहां आता है. जांच रिपोर्ट में हैजा फैलने की बात सामने आई है. इसी के साथ ही ये बात भी सामने आई है कि बच्चों को कम भोजन दिया जा रहा था और उनको गंदा पानी पीने के लिए दिया जा रहा था.
किसी महिला ने दान की थी ये जमीन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ लोगों ने बताया कि कुछ साल पहले यह जमीन किसी महिला ने दान में दी थी. इसके बाद आश्रम युग पुरुष स्वामी परमानंद गिरी महाराज की प्रेरणा से तुलसी शादीजा ने 2002 में बनवाया और फिर यहां परमानंद हॉस्पिटल शुरू किया गया. परमानंद गिरी महाराज ने ही यहां पर अस्पताल खोलने की जिम्मेदारी दी थी.
सचिव ने घटना की जानकारी से किया इंकार
फिलहाल यहां के परिसर में एक पोस्टर लगा है जिसमें अध्यक्ष पवन ठाकुर और संचालक जीडी नागर का फोटो लगी हुई है. घटना के सम्बंध में जीडी नागर का कहना है कि सेहत ठीक नहीं होने से मैंने डेढ़ साल पहले से ही अस्पताल जाना बंद कर दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि युग पुरुष संस्था की अध्यक्ष अनिता शर्मा और सचिव तुलसी शादीजा हैं और उनके परिवार के लोग ही अस्पताल संचालित करते हैं. तो वहीं जब घटना को लेकर युग पुरुष के सचिव तुलसी शादीजा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनको इस सम्बंध में कोई जनकारी नहीं है. अध्यक्ष अनीता शर्मा से पूछें. बता दें कि यहां पर रहने वाले अधिकतर बच्चे अनाथ ही हैं.
200 बच्चों को रखने की अनुमति है
तो वहीं इस पूरे मामले में आश्रम संचालिका अनीता शर्मा की ओर से भी बयान आया है और उन्होंने कहा है कि हमारे पास 200 बच्चों को रखने की अनुमति है. आश्रम में संक्रमण फैलने से 80 बच्चे गंभीर रूप से बीमार हुए और छह बच्चों की मौत हो गई है. अभी अस्पताल में 39 बच्चों का इलाज चल रहा है बाकी को डिस्चार्ज कर दिया गया है. इसके अलावा अनीता ने ये भी बताया कि जिन बच्चों को स्कूल से छुट्टी मिल गई है, उनको स्वामी परमानंद के ही अखंड परम धाम नाम के खंडवा रोड स्थित आश्रम में रखा गया है.
-भारत एक्सप्रेस