
PM Modi on RSS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रसिद्ध अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन (Lex Fridman) की बातचीत का पॉडकास्ट रविवार को जारी हुआ. इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अपनी यात्रा, इसके मूल्यों और समाज में इसके योगदान पर खुलकर बात की.
लेक्स फ्रीडमैन ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि आठ साल की उम्र में वह RSS से कैसे जुड़े और इस संगठन ने उनके विचारों को किस तरह प्रभावित किया?
इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बचपन के अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि उनके गांव में RSS की एक शाखा थी, जहां देशभक्ति के गीत गाए जाते थे. वे उन गीतों से बहुत प्रभावित हुए और इसी तरह संघ से जुड़ गए.
#WATCH | प्रधानमंत्री @narendramodi ने लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में RSS से अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने RSS जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा। मुझे उद्देश्यपूर्ण जीवन मिला…”
उन्होंने आगे कहा,… pic.twitter.com/uUjEMhMaZV
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) March 16, 2025
संघ से मिले जीवन के संस्कार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संघ ने उन्हें सिखाया कि जीवन में जो भी काम करें, वह देश की सेवा के लिए करें. चाहे वह पढ़ाई हो, व्यायाम हो या कोई अन्य गतिविधि, हर कार्य राष्ट्र के उत्थान के लिए होना चाहिए. उन्होंने बताया कि संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण की भावना का प्रतीक है.
उन्होंने बताया कि आरएसएस अब अपनी 100वीं वर्षगांठ के करीब है. यह शायद दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है. करोड़ों लोग संघ जुड़े हुए हैं लेकिन इसे समझना इतना आसान नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि संघ को सही मायनों में समझने के लिए उसके कार्यों को देखना जरूरी है. संघ लोगों को जीवन का उद्देश्य देता है और सेवा भावना को बढ़ावा देता है. उन्होंने बताया कि पिछले 100 वर्षों में RSS ने बिना किसी दिखावे के समाज की भलाई के लिए काम किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरा सौभाग्य है कि संघ से मुझे जीवन के संस्कार मिले.”
समाज में संघ की भूमिका
पीएम मोदी ने बताया कि संघ ने शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है. उदाहरण के लिए, सेवा भारती नामक संगठन झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों की मदद करता है. संघ से प्रेरित वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी इलाकों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है.
उन्होंने यह भी बताया कि संघ द्वारा समर्थित विद्या भारती लगभग 25,000 स्कूल चला रहा है, जिससे लाखों बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है. इसके अलावा, भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठन भी श्रमिकों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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