
IND-PAK Cricket Rivalry: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रसिद्ध अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन (Lex Fridman) के बीच हुई बातचीत का पॉडकास्ट रविवार को रिलीज हुआ. इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. बातचीत के दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता पर भी अपनी राय रखी. पीएम मोदी ने भारत के शानदार रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि कभी-कभी नतीजे खुद बोलते हैं और यह साफ कर देते हैं कि कौन बेहतर टीम है.
2025 चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में विराट कोहली की बेहतरीन शतकीय पारी की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हराया था. इसके बाद भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट का खिताब भी जीता. भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता कई दशकों पुरानी है, लेकिन पाकिस्तान अब तक सिर्फ दो बार भारत को ICC टूर्नामेंट में हरा पाया है – 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और 2021 टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में.
खेल का महत्व और क्रिकेट पर मोदी की राय
लेक्स फ्रीडमैन पॉडकास्ट के दौरान पीएम मोदी से भारत-पाकिस्तान क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता पर सवाल पूछा गया. उन्होंने खेलों की शक्ति पर जोर देते हुए कहा, “मेरा मानना है कि खेल पूरी दुनिया को ऊर्जा देने की ताकत रखते हैं. खेलों की भावना देशों को जोड़ने का काम करती है. इसलिए मैं कभी नहीं चाहूंगा कि खेलों की गरिमा को ठेस पहुंचे. खेल केवल मुकाबले नहीं होते, बल्कि वे लोगों को एक गहरे स्तर पर जोड़ते हैं.”
जब उनसे पूछा गया कि क्रिकेट में कौन बेहतर है, तो उन्होंने जवाब दिया, “जहां तक खेल की तकनीक की बात है, मैं इसका विशेषज्ञ नहीं हूं. यह वही लोग तय कर सकते हैं जो इसमें पारंगत हैं. वे ही तय कर सकते हैं कि कौन-सी टीम बेहतर है और कौन-से खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ हैं. लेकिन कभी-कभी नतीजे खुद अपनी कहानी कहते हैं. कुछ दिनों पहले भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हुआ था और परिणाम ने बता दिया कि बेहतर टीम कौन थी. यही इसका सबसे बड़ा प्रमाण है.”
फुटबॉल के दिग्गजों पर पीएम मोदी की राय
पॉडकास्ट में पीएम मोदी से फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों को लेकर भी सवाल पूछा गया. उन्होंने अर्जेंटीना के दो दिग्गज खिलाड़ियों – डिएगो माराडोना और लियोनेल मेसी का नाम लिया.
उन्होंने कहा, “यह सच है कि भारत के कई क्षेत्रों में फुटबॉल की मजबूत संस्कृति है. हमारी महिला फुटबॉल टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है और पुरुष टीम भी तेजी से आगे बढ़ रही है. अगर पुराने समय की बात करें, तो 1980 के दशक में डिएगो माराडोना एक बड़ा नाम थे. उस दौर में उन्हें एक महानायक की तरह देखा जाता था. लेकिन अगर आप आज की पीढ़ी से पूछें, तो वे तुरंत लियोनेल मेसी का नाम लेंगे.”
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में खेलों को काफी बढ़ावा मिला है. सरकार भारत को एक प्रमुख खेल राष्ट्र बनाने की दिशा में काम कर रही है. 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए भी भारत प्रयासरत है.
-भारत एक्सप्रेस
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