प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो ट्विटर)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह पापुआ न्यू गिनी के पीएम जेम्स मारापे के साथ इंडो-पेसिफिक आईजलैंड कोऑपरेशन ( FIPIC) के तीसरे शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. 22 मई को प्रधानमंत्री पापुआ न्यू गिनी की यात्रा करने वाले हैं. इस राष्ट्र में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली आधिकारिक यात्रा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हैं. उनकी यात्रा की शुरुआत जापान में G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने से होगी. इसके बाद वह पापुआ न्यू गिनी का दौरा करेंगे और आखिर में ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे.
गौरतलब है कि पिछला FIPIC शिखर मम्मेलन, 21 अगस्त 2015 को जयपुर में हुआ था, जिसमें सभी 14 पेसिफिक द्वीप के देशों ने हिस्सा लिया. दो FIPIC शिखर सम्मेलनों के दौरान भारत ने भारी चुनौतियों का सामना और अपने लोगों के जीवन में गुणात्मक विकास के लिए संघर्षरत PIC देशों को हर संभव मदद देने का ऐलान किया था. इसी क्रम में PICs (14 पेसिफिक देश) के लिए एक्ट ईस्ट पॉलिसी के अंतर्गत एक विशेष पहल की गई, जिसने FIPIC का आकार लिया.
FIPIC शिखर सम्मेलान की मेजबानी की थी
पीएम मोदी ने 19 नंवबर 2014 को अपने फिजी के ऐतिहासिक यात्रा के दौरान सुआ में पहले FIPIC शिखर सम्मेलान की मेजबानी की थी. इसमें 14 PICs देश- फिजी, पापुआ न्यू गिनी, टोंगा, तुवालू, किरीबाती, समोआ, वनुआतू, नीयू, फेडरेटेड स्टे्स ऑफ माइक्रोनेशिया, रिपब्लिक ऑफ मार्शल आईलैंड, कुक आईलैंड, पलाऊ, नौरू और सोलोमोन आईलैंड शामिल हुए थे.
PICs के साथ भारत की साझेदार मुख्य रूप से विकास के लिए है. जिसमें मुख्य सहयोग क्षणता निर्माण के क्षेत्र में है. इनमें प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति, अनुदान और ऋण सहयोग शामिल है. इसके अलावा सामुदायिक विकास परियोजना भी एक बड़ी पहल है.
PICs के आर्थिक व सामाजिक प्रगति के लिए भारत ने विकासात्मक साझेदारी के लिए हाथ बढ़ाया है. सामुदायिक विकास परियोजनाओं को सबसे पहले क्रम में लागू किया गया है, जैसे सौर विद्युत ऊर्जा, कृषि उपकरणों की आपूर्ति, कम्प्यूटर, स्कूलों के लिए एलईडी बल्ब, सिलाई मशीन, डायलिसिस मशीन, पोर्टेबल आरा मशीन, नाव, पिक-अप ट्रक, गाड़ियां, समुद्र में कुओं की खुदाई और कोयला फर्म आदि शामिल हैं.