अखिलेश यादव (फोटो सोशल मीडिया)
Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड मामले में सियासत तेज हो गई है. अब देवरिया जिले के रुद्रपुर कोतवाली के फतेहपुर के लेहड़ा टोला में हुए इस नरसंहार के मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी जाएंगे. खबर सामने आ रही है कि वह 16 अक्टूबर को देवरिया पहुंचेंगे और घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात भी करेंगे.
अखिलेश यादव के देवरिया दौरे को लेकर जानकारी उनके निजी सचिव गंगाराम ने मीडिया को दी है. गंगाराम ने इसकी जानकारी सपा जिलाध्यक्ष समेत अन्य अधिकारियों को भी दे दी है. बता दें कि दो दिन पहले ही सपा का 12 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल गांव में पहुंच चुका है और घटना की रिपोर्ट प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंपते हुए सीबीआई जांच कराने की मांग की है. वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के फतेहपुर पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद ही जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. फतेहपुर गांव में धारा 144 लागू है. इस वजह से प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी अखिलेश यादव को फतेहपुर गांव में भेजने के लिए मंथन कर रहे हैं.
वहीं खबर सामने आ रही है कि अखिलेश यादव को लेकर जिला प्रशासन क्या तैयारी कर रहा है? इसको लेकर कोई भी जानकारी मीडिया से अभी शेयर नहीं की गई है. सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव के साथ सीमित संख्या में लोगों को फतेहपुर गांव में भेजने की अनुमति देने पर जिला प्रशासन विचार विमर्श कर रहा है.
सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर की जांच शुरू
वहीं देवरिया हत्याकांड मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है. रुद्रपुर क्षेत्र के फतेहपुर लेहड़ा में हुई सामूहिक हत्या का राज खोलने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे का सहारा लिया है. मृतक सत्यप्रकाश दुबे के घर जाने वाली सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और जांच के लिए भेज दिया गया है. फुटेज मिलने के बाद पुलिस अज्ञात को ज्ञात कर गिरफ्तारी करेगी. वहीं थानाध्यक्ष महेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि सीसी कैमरे का डीवीआर कब्जे में लेकर जांच के लिए भेजा गया है. फुटेज मिलने के बाद अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी.
पुलिस सीसीटीवी खंगालने में जुटी
खबरों के मुताबिक, दो अक्टूबर की सुबह पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव अपनी बाइक से सत्य प्रकाश दुबे के घर गए थे. बताया जा रहा है कि घर के दरवाजे पर ही दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया था और इसी के बाद प्रेमचंद यादव की हत्या हुई थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रेमचंद के समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे के घर में धावा बोल दिया था और सत्य प्रकाश दुबे सहित उनकी पत्नी, तीन बेटियों और एक बेटे की गोली व लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी. इस घटना में एक बेटा घायल हो गया था, जो कि इलाज के बाद अब ठीक हो गया है. हमलावर उसे मरा समझकर छोड़ गए थे. वहीं सत्यप्रकाश दुबे का बड़ा बेटा देवेश घर के बाहर गया था. इस वजह से वह भी बच गया है. फिलहाल इस मामले में देवेश ने मुख्ममंत्री से न्याय की गुहार लगाई है.
-भारत एक्सप्रेस
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