सीएम शिवराज सिंह चौहान (फोटो- IANS)
Pravasi Bharatiya Sammelan: विदेशों से आए मेहमानों के लिए इंदौर (Indore) के लोगों ने अपने दिल और घरों के दरवाजे खोल दिए. बड़ी संख्या में प्रवासी होटल में नहीं बल्कि इंदौरियों के घरों में ठहरे हैं. प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bharatiya Sammelan) के मददेनजर यहां के लेागों ने अपने घरों को खास तौर पर सजाया है और घरों के बाहर रंगोली भी बनाई गई है.
प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि जब यह सम्मेलन इंदौर में करने का विचार आया, तभी यह भी विचार किया गया कि कुछ प्रवासी भारतीयों के लिए होटलों के स्थान पर स्थानीय नागरिकों के घर पर रुकने की व्यवस्था की जाए. मेहमान और मेजबान दोनों परिवार एक-दूसरे की संस्कृति और परंपराओं को समझ सकें और विदेश से आए हमारे मेहमानों को अपनेपन का अनुभव हो.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीयों के स्वागत-सत्कार में केवल प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन ही नहीं, इंदौर का हर एक नागरिक लगा हुआ है. हमारे देश की संस्कृति और परंपरा के अनुसार अतिथि देवताओं के तुल्य माना गया है और यह कहा गया है कि ‘मेहमां जो हमारा होता है वो जान से प्यारा होता है.’ विभिन्न देशों से इंदौर आए प्रवासी भारतीयों ने भी यहां आने के बाद के अपने अनुभव साझा किए.
प्रवासी भारतीयों ने साझा किए अपने अनुभव
बहरीन से इंदौर आए रमेश पाटीदार ने यहां की खातिरदारी की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के अर्पित ने कई बार उन्हें फोन किया और इंदौर आने को कहा. यहां आकर मन खुश हो गया. इसी तरह रमेश शर्मा तो कहते है कि वे यहां आया तो गेस्ट की तरह हूं, मगर परिवार छोड़कर जाऊंगा.
वहीं लंदन में रहने वाले सुनील चोपड़ा ने अपने अनुभव साझा करते हुए इंदौर की स्वच्छता व्यवस्था को सराहा. उन्होंने कहा कि इंदौर की साफ-सुथरी सड़कें लंदन की सड़कों से भी बेहतर हैं. संयुक्त अरब अमीरात से आए आदित्य प्रताप सिंह और साध्वी दिव्यप्रभा के साथ कैलिफोर्निया से आई डॉक्टर वीणा चौहान का इंदौर के अपनेपन ने दिल जीत लिया.
– भारत एक्सप्रेस
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