शाइस्ता परवीन अपनी देवरानी जैनब के साथ (फोटो सोशल मीडिया)
Prayagraj News: उमेश पाल हत्याकांड मामले में फरार चल रही माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसकी देवरानी जैनब का साथ उसकी किस्मत खूब दे रही है. एक तो अभी तक वह पुलिस की गिरफ्त से दूर है, दूसरे दोनों की सम्पत्ति को लेकर आए कुर्की के आदेश को लेकर भी देरी हो रही है. जानकारी सामने आई है कि कुर्की की कार्रवाई पूरी करने के लिए उस पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी और सर्किल ऑफिसर को जिम्मेदारी दी जाती है, जिसकी ओर से कोर्ट में कुर्की की एप्लीकेशन दी जाती है. खबर सामने आ रही है कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ कुर्की की एप्लीकेशन देने वाले धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्या और सर्किल ऑफिसर एसीपी वरुण कुमार दोनों ही वायरल बुखार से जूझ रहे हैं और यही वजह है कि आरोपियों की संपत्ति को तय समय पर कुर्क करने की कार्रवाई नहीं हो पा रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी के स्वस्थ होने के बाद ही कुर्की की कार्रवाई हो सकेगी.
बता दें कि इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में दो गनर भी शहीद हुए थे. इसी के बाद उमेश पाल की पत्नी ने माफिया अतीक अहमद सहित उसके पूरे परिवार और कई गुर्गों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में अतीक का बेटा असद पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है तो वहीं उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रही है. उस पर 50 हजार का इनाम भी रखा गया है.
ये वजह भी दे रही है शाइस्ता का साथ
शाइस्ता की किस्मत उसका कितना साथ दे रही है, ये इसी से मालूम होता है कि जिस समय लेडी डॉन शाइस्ता परवीन और उसकी देवरानी जैनब फातिमा सहित 6 लोगों के खिलाफ कुर्की का वारंट जारी हुआ. वह समय त्योहारों का है. प्रयागराज में दस दिनों तक दशहरे का त्योहार मनाए जाने के कारण अधिकतर पुलिस त्योहारों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगा दी गई है तो वहीं नवरात्र के समापन पर शहर में 726 स्थानों में स्थापित की गई दुर्गा मां की प्रतिमाओं का विसर्जन भी दशमी के दिन ही किया जाता है. इस मौके पर भी भारी पुलिस बल की आवश्यकता पड़ती है.
इन पर होनी है कार्रवाई
उमेश पाल हत्याकांड मामले में माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ ही उसके भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा, बहन आयशा नूरी, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर अरमान और साबिर फरार हैं. इनकी ही सम्पत्ति को कुर्क किए जाने की कार्रवाई की जानी है. बता दें कि जहां शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम है तो वहीं तीनों शूटरों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
हत्याकांड के 8वें महीने में भी पुलिस के हाथ हैं खाली
बता दें कि फरार आरोपियों को लेकर पुलिस कई राज्यों और शहरों में तलाशी अभियान चला चुकी है. इसके बावजूद पुलिस के हाथ न तो शाइस्ता लगी है और न ही फरार शूटर. पुलिस के हाथ हत्याकांड के 8वें महीने में भी खाली हैं. पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है तो वहीं दो महीने पहले हत्याकांड के जांच अधिकारी एसीपी धूमनगंज वरुण कुमार की अर्जी के बाद कोर्ट ने शाइस्ता समेत सभी छह आरोपियों के खिलाफ कुर्की को लेकर नोटिस जारी किया था. इसी के बाद अदालत ने धारा 83 के तहत कुर्की का आदेश भी दे दिया है. इस सम्बंध में तमाम कार्रवाई पुलिस पहले ही कर चुकी है. तो वहीं खबर सामने आ रही है कि कुर्की अगले सप्ताह हो सकती है.
-भारत एक्सप्रेस
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