मरुधरा की सियासत में फिर बगावत
राजस्थान वो सूबा जिसकी सियासत आए दिन गोते खाती रहती है, वजह है सीएम की कुर्सी और इसी कुर्सी के लिये जबसे अशोक गहलौत ने कमान संभाली तब से ही पायलट का खेमा खासा नराज है और ये नराजगी वक्त वक्त पर न केवल सूबे ने बल्की पूरे देश ने देखी है. और बीते सवा माहिने से सीएम की कुर्सी के लिए चल रही सियासी रस्साकशी शांत होने का नाम नहीं ले रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के खेमे से सचिन पायलट खेमे में आए. राजस्थान सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढा ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है. पायलट को सीएम बनाने की पैरवी करने वाले राजेन्द्र गुढा ने कहा, कि ‘कांग्रेस आलाकमान सीएम पद का फैसला जल्द करें’.
इसके साथ ही सियासी बवाल के लिए जिम्मेदार तीनों नेताओं को बर्खास्त करें. गुढा के इस बयान से सूबे की सियासत फिर से गरमाने लगी है. समर्थक राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने फिर से गहलोत गुट के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गुढा ने कहा कि 25 सितंबर को जिस सियासी बवाल के लिए मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस जारी किए गए थे उन पर अब आलाकमान को कार्रवाई करनी चाहिए. गुढ़ा ने कहा कि उनके हिसाब से तीनों नेताओं को बर्खास्त कर देना चाहिए. लेकिन अंतिम फैसला आलाकमान को करना है.
-भारत एक्सप्रेस
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