Bharat Express

सुभासपा में ओम प्रकाश के खिलाफ बगावत! सपा ने तैयार किया महा-प्लान; बलिया, गाजीपुर समेत इन जिलों में तैयार करेगी ‘राजभर सेना’

सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने जब से बीजेपी के साथ दोबारा गठबंधन किया है, उनकी ही पार्टी के कुछ नेता नाराज चल रहे हैं.

ओमप्रकाश राजभर, अध्यक्ष, सुभासपा

सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने जब से बीजेपी के साथ दोबारा गठबंधन किया है, उनकी ही पार्टी के कुछ नेता नाराज चल रहे हैं. राजभर के जहां सपा के साथ गठबंधन तोड़ने पर अखिलेश यादव को तगड़ा झटका लगा है. वहीं, बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के चलते सुभासपा में भी सब कुछ ठीक नहीं है. जानकारी के मुताबिक जमीनी स्तर पर सुभासपा का कैडर बीजेपी के साथ को डाइजेस्ट और जस्टिफाई नहीं कर पा रहा है. पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने जिस अंदाज में पिछले दिनों बीजेपी पर हमला बोला था, अब उसी बीजेपी के साथ गठबंधन से नेता खफा हैं.

क्या सिर्फ अपना हित देख रहे ओपी राजभर ?

नेताओं का कहना है कि पहले बीजेपी के साथ गठबंधन में ओम प्रकाश राजभर थे. लेकिन बाद में उन्होंने इससे किनारा करके सपा के साथ हाथ मिलाया. फिर अब सपा से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया है. ऐसे में राजभर जाति से जुड़े काफी लोग इसे निजी हित में लिए गए फैसले के तौर पर देख रहे हैं.

सपा बनाएगी राजभर सेना

अब समाजवादी पार्टी राजभर जातियों में पड़े फूट को एक बेहतर मौके के रूप में देख रही है. इसी घटनाक्रम के मद्देनज़र पार्टी ने राजभर जाति के वोटबैंक को काउंटर करने के लिए एक ‘राजभर सेना’ बनाने की तैयारी में है. ‘राजभर सेना’ बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर सरीखे जिलों में सक्रिय की जाएगी. जहां-जहां राजभर जाति का दबदबा है, वहां-वहां यह सेना मुखर रूप से बीजेपी की नीतियों का विरोध करेगी. यह विशेष संगठन जातिगत जनगणना को लेकर अपनी मुहिम को आगे बढ़ाएगा और केंद्र तथा राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाएगा.

“ओम प्रकाश ने राजभर जाति की पीठ में छूरा भोंकने के काम किया है”

एक निजी चैनल के हवाले से छपी खबर के मुताबिक पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष गुलाब राजभर और संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव सोमनाथ राजभर ने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर तीखा हमला किया है. दोनों नेताओं ने कहा कि ओम प्रकाश ने राजभर जाति की पीठ में छूरा भोंकने के काम किया है. उन्होंने कहा कि राजभर के साथ-साथ तमाम पिछड़ी जातियों के हितों की रक्षा सिर्फ समाजवादी पार्टी ही कर सकती है.

यह भी पढ़ें- UP Politics: “Bundelkhand Expressway का नाम बदलकर अब भ्रष्टाचार एक्सप्रेसवे कर देना चाह‍िए”, सपा प्रमुख अख‍िलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना

हालांकि, ओम प्रकाश राजभर ने अभी तक जो भी फैसले लिए हैं वो अपनी जाति के सामान्य व्यक्ति के मनोविज्ञान को भांपते हुए ही लिया है. इनके खिलाफ एक बड़ी मुहिम तैयार करनी के कवायद चल रही है. लेकिन, देखना है ये है कि आंतरिक तौर पर खड़ी हुई इस नई चुनौती को ओम प्रकाश राजभर कैसे काउंटर करते हैं.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read