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Shraddha Murder Case: ‘…तो आफताब श्रद्धा के 35 टुकड़े नहीं, श्रद्धा ऐसे दरिंदे के 75 टुकड़े कर डालती’- बोलीं साध्वी प्राची

Sadhvi Prachi: साध्वी प्राची ने श्रद्धा मर्डर केस पर बोलते हुए कहा कि श्रद्धा के साथ जो कुछ हुआ वह उसकी अल्पज्ञता थी. हमे उससे शिकायत है, उसके परिवार से भी शिकायत है, और अपने आप से भी शिकायत है. अगर ऐसा होता तो..आफताब श्रद्धा के 35 टुकड़े नहीं करता, बल्कि श्रद्धा ऐसे दरिंदे के लिए रणचंडी बनकर उसके स्वयं 75 टुकड़े कर डालती.

SADHVI PRACHI

हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची (फोटो- ट्विटर)

Sadhvi Prachi: हिंदूवादी फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची अयोध्या (Ayodhya) दौरे के लिए निकली हुई है. इस दौरान उन्होंने सीतापुर में रुककर शौर्य दिवस पर हिन्दू संगठनों के आवाहन पर बाबरी विध्वंस को याद किया. साध्वी प्राची ने लव जिहाद पर कड़ा प्रहार किया उन्होने इसे हिन्दू समाज की बेटियों के लिए एक बड़ी और सोची समझी साजिश करार दिया है. वो कहती हैं कि ये हिंदुस्तान के अंदर बहुत बड़ी समस्या है. इस दौरान उन्होने कई मुद्दों पर बात की. दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड पर भी प्राची ने काफी कुछ कहा.

सबसे पहले साध्वी प्राची ने लव जिहाद पर कहा कि हिन्दू बेटियों को इससे सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इससे हिन्दू समाज की संख्या और मर्यादा दोनों प्रभावित हो रही है. इसके बाद उन्होंने श्रद्धा मर्डर केस का जिक्र करते हुए कहा कि श्रद्धा मर्डर केस में श्रद्धा के साथ जो कुछ हुआ वह उसकी अल्पज्ञता थी.

कुछ संगठन बेटियों को बचाने के लिए कर रहे कार्य

आगे वो कहतीं हैं कि  हमे उससे शिकायत है, उसके परिवार से भी शिकायत है, और अपने आप से भी शिकायत है, क्योंकि कुछ संगठन बेटियों को बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं. इस दौरान उन्होने कई संगठनों का जिक्र किया उन्होंने इसमें बताया कि दुर्गा वाहिनी, बजरंग दल और राष्ट्रीय सेविका समिति प्रमुख हैं. श्रद्धा को हम दुर्गावती और पद्मिनी का चरित्र बताते हैं. पद्मिनी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि खिलजी उसे अपने मोहजाल में फंसाना चाहता था. लेकिन उसने करारा जवाब देकर अपनी मर्यादा को भंग नहीं होने दिया.

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श्रद्धा ऐसे दरिंदे के 75 टुकड़े कर डालती

साध्वी प्राची ने बातचीत में कहा कि यही संस्कार यदि श्रद्धा के घर से चलकर विद्यालय और फिर समाज मे पहुंच जाते तो आफताब श्रद्धा के 35 टुकड़े नहीं करता, बल्कि श्रद्धा ऐसे दरिंदे के लिए रणचंडी बनकर उसके स्वयं 75 टुकड़े कर डालती. उन्होंने कहा कि हमे समाज की बेटियों से ऐसे लोंगो के जाल में फंसने से बचाने और आगाह करने की जरूरत है जिसके लिए कई संगठन कार्य भी कर रहे हैं.

– भारत एक्सप्रेस

 



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