
Pahalgam Terror Attack: पेलगाम (जिला अनंतनाग, जम्मू‑कश्मीर) और उससे सटे इलाक़ों में 24 अप्रैल 2025 की शाम तक सुरक्षा‑एजेंसियों तथा प्रशासन से मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार कुल मिलाकर 16 लोगों को संक्षिप्त हिरासत या पूछताछ‑के लिए रोका गया है. भारतीय सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त तलाशी में 11 संदिग्धों को गाँव हांजी‑भेरीन एवं लिडर घाटी‑ट्रेल क्षेत्र से उठाया गया, जबकि बीएसएफ ने आरती‑बुग रेल‑ट्रैक चौकी पर ड्रोन‑गिराए हथियार और नशा तस्करी मॉड्यूल से जुड़े तीन लोगों को पकड़ा है; इन तीनों को एनआईए के हवाले किया गया.
एनआईए की अलग छापेमारी (केस RC‑01/2025‑JKI) में दो व्यक्तियों को हवाला‑फंडिंग संदिग्ध कड़ियों पर दिल्ली भेजा गया है. फिलहाल किसी पर औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है और किसी भी नागरिक की मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई है.
ऑनलाइन आतंकी नेटवर्क पर डिजिटल निगरानी
क्षेत्र में चार प्रमुख सुरक्षा अभियानों पर काम चल रहा है. ‘ऑपरेशन भद्रकाली‑II’ के तहत 15 आरआर और सीआरपीएफ की 164वीं बटालियन लिडर घाटी के जंगलों में बचे‑खुचे दो‑तीन आतंकियों को घेरने में लगी हैं; बीते अड़तालीस घंटों से कॉर्डन‑एंड‑सर्च जारी है और आज तड़के हल्की मुठभेड़ भी हुई, पर घायल अथवा हताहत का समाचार नहीं है. ‘ऑपरेशन ट्रांस‑पोलिनेट’ में बीएसएफ और एनआईए ने पाकिस्तानी ड्रोन से गिराए हथियार‑नशे की आपूर्ति शृंखला तोड़ने का दावा किया है—अब तक छह किलोग्राम हेरोइन व चार पिस्तौल बरामद की गईं.
गुप्तचर संस्था रॉ का ‘प्रिज़्म‑नेट’ मिशन अफ़गान‑आईएस से जुड़े ऑनलाइन भर्तीकर्ताओं की डिजिटल निगरानी पर केंद्रित है, जिसके सार्वजनिक विवरण गोपनीय रखे गए हैं. वहीं, जम्मू‑कश्मीर पुलिस SOG और सीआरपीएफ द्वारा संचालित ‘ऑपरेशन स्कूल‑शील्ड’ स्थानीय 29 स्कूलों की सुरक्षा‑जाँच तथा अमरनाथ यात्रा‑रूट की पूर्वाभ्यास ड्रिल के लिए रूट‑ओपनिंग में जुटा है.
इंटरनेट सीमित, ट्रेकिंग और बस सेवा नियंत्रित
प्रशासनिक स्तर पर सबसे महत्त्वपूर्ण आदेश यह जारी हुआ कि प्रधानमंत्री पुनर्वास (PM) पैकेज के अंतर्गत नियुक्त सभी कर्मचारी 27 अप्रैल 2025 तक तत्क्षण प्रभाव से वर्क‑फ्रॉम‑होम पर रहेंगे. यह निर्देश बारामुला के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सुरक्षा कारणों तथा क्षेत्रों में लागू आंशिक आवाजाही‑पाबंदियों को देखते हुए दिया है. ग्राउंड‑मौक़े पर सामान्य जन‑जीवन भी सशर्त चल रहा है—मोबाइल इंटरनेट 2 Mbps तक सीमित है, पर्यटकों को पहलगाम ट्रेक‑2 और आरू घाटी रूट पर सुबह 7 से 11 बजे के बीच ही जाने की इजाज़त है, जबकि स्थानीय बस‑सेवा शाम 6 बजे के बाद रोक दी जाती है.
आगे की योजना के तहत 25‑26 अप्रैल को दो त्वरित चिकित्सकीय दल तलाशी‑प्रभावित ग्रामीण इलाक़ों में स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे, और 28 अप्रैल को श्रीनगर स्थित 15 कोर मुख्यालय में अमरनाथ यात्रा‑2025 की व्यापक सुरक्षा समीक्षा निर्धारित है. सुरक्षा‑परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं, अतः नये पुष्ट विवरण मिलते ही अद्यतन जानकारी साझा की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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