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‘दो दिन में गिराई जाए मस्जिद…’, शिमला में कथित अवैध निर्माण रुकवाने के लिए सड़कों पर उतरे लोग | VIDEO

Shimla Masjid Controversy : शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. स्थानीय लोग विरोध में सड़कों पर उतर रहे हैं. इस मुद्दे पर सियासी दलों में बयानबाजी हो रही है.

Shimla Masjid Controversy People protest against construction of mosque at Sanjauli Himachal Pradesh

शिमला के संजौली में मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग

Shimla News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक इलाके में मस्जिद निर्माण को लेकर बवाल मचा हुआ है. हिंदू समुदाय के लोग मस्जिद निर्माण को अवैध बताते हुए मुस्लिमों के विरोध में उप नगर संजौली व चौड़ा मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं. हिंदू संगठनों की ओर से कहा जा रहा है कि मुस्लिमों द्वारा हिंदू बस्ती में जबरन कब्जा कर वहां मस्जिद बनाई जा रही है, इस अवैध निर्माण को तत्काल रोका जाए.

संजौली क्षेत्र में मस्जिद निर्माण के मुद्दे पर सियासी दलों कांग्रेस, भाजपा और AIMIM के नेताओं के बीच तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को खरी-खोटी सुनाईं. ओवैसी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा— “हिमाचल के मंत्री BJP की भाषा बोल रहे हैं. क्या मुसलमान अपनी इबादत के लिए मस्जिदें नहीं बनवा सकते? देश में सबको हक है.”

 हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली उपनगर में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया
हिमाचल प्रदेश के संजौली उपनगर में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.

आज स्थानीय लोगों ने हिंदू संगठनों की अगुवाई में शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण-कार्य के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाला. एक हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने कहा कि ‘हम शिमला के संजौली क्षेत्र में अवैध निर्माण नहीं होने देंगे. यहां हमेशा से हिंदू रह रहे थे. लेकिन मुस्लिमों ने यहां मस्जिद निर्माण किया. इसके विरोध में उप नगर संजौली तथा चौड़ा मैदान में स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार हमारी बात सुने. 2 दिन में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए.’

हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ स्थानीय लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते हुए.

हिंदू संगठनों के लोग गुरुवार दोपहर बाद यहां पर एकत्र हुए और अवैध निर्माण हटाने के नारे लगाते हुए मार्च निकाला.

इस मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकारी की रिपोर्ट रखने वाले ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे. उन्होंने धरनास्थल पर लोगों को संबोधित किया.

मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सवाल उठाया कि क्या मस्जिद बनाने से पहले प्रशासन से अनुमति ली गई थी. मंत्री बोले, “उन्होंने बिना अनुमति के निर्माण शुरू कर दिया. यह एक अवैध संरचना है. पहले एक मंजिल बनाई गई, फिर बाकी बनाई गईं.”

मंत्री ने आगे कहा, “उन्हें अवैध गतिविधियों में लिप्त होने की आदत है. उन्होंने 5 मंजिला मस्जिद बनाई. इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए.”

हमारे यहां सभी मजहबों का सम्मान: मुख्यमंत्री सुक्खू

मस्जिद के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने टिप्पणी करते हुए कहा, “हमारे राज्य में सभी मजहबों के लोगों का सम्मान किया जाता है.” इसके बाद उन्होंने एक चेतावनी देते हुए कहा, “कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”

‘किसी को भी कानून-व्यवस्था बाधित नहीं करने देंगे’

उन्होंने जोर देकर कहा, “इस स्थिति के कारणों की जांच की जा रही है. शहरी विकास मंत्री ने भी इस संबंध में सदन में बयान दिया है. हिमाचल प्रदेश में आने वाला हर व्यक्ति कानून से बंधा है और राज्य के नागरिक भी कानून से समान रूप से बंधे हैं. शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का सम्मान किया जाएगा, लेकिन किसी को भी राज्य में कानून-व्यवस्था को बाधित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

क्या अभी भाजपा चला रही है हिमाचल सरकार: ओवैसी

इस बीच हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के रुख की आलोचना करते हुए पूछा, “क्या हिमाचल सरकार भाजपा द्वारा चलाई जा रही है या कांग्रेस द्वारा?”

ओवैसी ने अनिरुद्ध सिंह के भाषण को कोट करते हुए कहा, “हिमाचल की ‘मोहब्बत की दुकान’ में केवल नफरत है! इस वीडियो में हिमाचल के मंत्री भाजपा की भाषा बोल रहे हैं.”

वहीं, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता जय राम ठाकुर ने कहा कि यह “दुर्भाग्यपूर्ण” है कि मस्जिद का निर्माण अवैध रूप से किया गया था और कहा कि “कार्रवाई की जानी चाहिए”.

— भारत एक्सप्रेस

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