अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव
Shivpal Singh Yadav: सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) का कद लगातार बढ़ रहा है. मैनपुरी उपचुनाव में जीत के बाद शिवपाल सिंह यादव और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बीच दूरियां कम हुईं और दोनों नेताओं ने सपा को मजबूत बनाने के इरादे से रणनीति बनाने पर जोर दिया. वहीं हाल के दिनों में अखिलेश यादव ने हर अहम फैसले से पहले शिवपाल यादव की सलाह ली है. इस बीच, खबर आ रही है कि शिवपाल यादव को आजम खान की जगह मिल सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, यूपी विधानसभा में आजम खान की सीट पर शिवपाल सिंह यादव बैठ सकते हैं. ऐसी चर्चाएं पहले भी रही हैं कि अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव बैठ सकते हैं. बता दें कि यूपी विधानसभा का सत्र 20 फरवरी से शुरू होने की संभावना है. ऐसे में चर्चाएं तेज हैं कि आजम खान की सीट पर शिवपाल बैठ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, आजम खान की सीट खाली होने के बाद पार्टी ने उसे शिवपाल यादव के लिए देने का अनुरोध किया है. हालांकि, अभी इस पर कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है.
डिंपल की जीत के बाद शिवपाल ने प्रसपा का सपा में विलय का ऐलान किया
मैनपुरी चुनाव में डिंपल यादव की बड़ी जीत के बाद चाचा-भतीजे के बीच दूरियां मिट गई थीं और शिवपाल ने अपनी पार्टी का विलय सपा में कर लिया था. इसके कुछ दिनों बाद ही शिवपाल यादव को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया था. इसके बाद अब विधानसभा में आजम की सीट पर शिवपाल को बिठाकर उनका कद और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
वहीं सूत्रों के मुताबिक, शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य को भी प्रदेश कार्यकारिणी में जगह देने की सुगबुगाहट तेज है. एक दिन पहले ही अखिलेश यादव और शिवपाल की मुलाकात हुई थी और प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई थी. माना जा रहा है कि शिवपाल अपने साथियों को भी कार्यकारिणी शामिल कराना चाहते हैं. इससे पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी में परिवार के छह लोगों को जगह दी गई थी. राम गोपाल यादव पार्टी का राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव बनाया गया था.
-भारत एक्सप्रेस