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शिवराज का एक्शन, दिव्यांग से बदसलूकी करने वाले एडीएम को फौरन हटाया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने कड़े फैसलों के लिए जाने जाते हैं. ये मामला एक दिव्यांग युवक के साथ पिटाई और दुर्व्यवहार का है.कल कृष्णा नामका एक दिव्यांग युवक  जो कि मानसिक रूप से भी अस्वस्थ बताया जाता है. वह वह अपनी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और एडीएम पवन जैन के कमरे में गया.उसने अपनी समस्या हल न हो पाने से त्रस्त होकर उनकी टेबल पर जोर से मोबाइल पटक दिया, जिससे मोबाइल टूटा और उसका कवर पवन जैन को लग गया, जिससे वे भड़क उठे और वहीं मौजूद उनके गार्ड ने भी दिव्यांग को थप्पड़ मार दिया.उसके साथ गालीगलौच भी की.

ये खबर जब मुख्यमंत्री को मिली तो वह एक्शन में आए.उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए एडीएम पवन जैन को फौरन प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए. कलेक्टर मनीष सिंह ने भी इस घटना की जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी को फटकार तो लगाई ही वहीं मुख्यमंत्री को भी पूरे मामले से अवगत कराया. दूसरी तरफ एडीएम इसी तरह का दुर्व्यवहार अन्य लोगों के साथ करते रहे हैं, जिसके चलते कलेक्ट्रेट के अधिकारी और कर्मचारी भी आज हुई इस कार्रवाई से खुश नज़र आए.
बताया जाता है कि मौके पर एडीएम अभय बेड़ेकर ने उन्हें समझाने का भी प्रयास किया, मगर जैन नहीं माने और दिव्यांग के साथ उनका गलत बर्ताव जारी रहा और उसे जनसुनवाई कक्ष से भी बाहर निकलवा दिया. इधर इस पूरे मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों के जरिए कलेक्टर मनीष सिंह को लगी और आज सुबह इस आशय की खबरें भी प्रकाशित हुई, जिसके चलते कलेक्टर मनीष सिंह ने तुरंत इस मामले पर संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री को भी इससे अवगत कराया, जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने तुरंत प्रभाव से एडीएम पवन जैन को इंदौर से हटाकर भोपाल पदस्थ करने के निर्देश जारी कर दिए.

इससे पहले भी मुख्यमंत्री 2016 में पवन जैन को सस्पेंड कर चुके थे मगर कांग्रेस सरकार में उन्होंने इंदौर पोस्टिंग करवा ली . ये भी सच है कि कलेक्टर मनीष सिंह खुद दिव्यांगों से लेकर गरीबों के प्रति लगातार संवेदनशीलता दिखाते रहे हैं और अधिनस्थों को भी कहते रहे है कि ऐसे वंचितों की हर संभव मदद करते रहे , यहां तक कि पिछले दिनों दिव्यांगों को क्रिकेट किट के साथ विशेष साइकिल भी उन्होंने उपलब्ध कराई, जिसके चलते इंदौर के दिव्यांगो का चयन क्रिकेट टीम में भी हुआ. कलेक्टर मनीष सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो गरीबों-दिव्यांगों के साथ दुर्व्यवहार करेंगे.

-भारत एक्सप्रेस

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