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Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में सपा नेता रामगोपाल यादव ने अदालत के फैसले पर खड़ा किया सवाल, कही ये बात

सपा नेता ने कहा कि, कई मौकों पर ऐसा नहीं होता है. सब कुछ बिल्कुल सही नहीं होता. हर फैसला-एक पक्ष के लिए सही होता है, दूसरे पक्ष के लिए गलत होता है.

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सपा नेता रामगोपाल यादव

Gayanvapi News: ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश के बाद से ही हिंदू पक्ष ने पूजा शुरू कर दी है. तो दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष लगातार पूजा रोकने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटा रहा है. इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव का बयान सामने आया है और उन्होंने इस मामले में कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ज्ञानवापी मामले में व्यास जी के तहखाने में पूजा का आदेश देने के फैसले पर टिप्पणी करते हुए दावा किया कि कई मौकों पर अदालतें सही फैसला नहीं सुनाती हैं.

शुक्रवार को रामगोपाल यादव ने कहा कि ‘‘अदालत के आदेशों का हमेशा विरोध होता है. क्या अदालत के फैसले हमेशा सही होते हैं?’’ आगे उन्होंने कहा कि ‘‘कई मौकों पर ऐसा नहीं होता है. सब कुछ बिल्कुल सही नहीं होता. हर फैसला-एक पक्ष के लिए सही होता है, दूसरे पक्ष के लिए गलत होता है.’’ गौरतलब है कि, बुधवार को वाराणसी की जिला अदालत ने मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में पूजा-पाठ शुरू करने की फिर से अनुमति दे दी है. इसी के बाद से हिंदू पक्ष मौके पर पूरे विधि-विधान से पूजा शुरू भी कर दी है. यह प्रथा तीन दशक पहले बंद कर दी गई थी.

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रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर कही ये बात

इसी के साथ राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के फैसले को लेकर भी टिप्पणी की और कहा कि ‘‘…आप जानते हैं कि एक फैसला आया, वह राज्यसभा में आये, दूसरा आयोग का अध्यक्ष बनेगा. ऐसा ही होता है.’’ साथ ही ज्ञानवापी के लिए कहा कि ज्ञानवापी पर फैसला आखिरकार उच्चतम न्यायालय करेगा. बता दें कि वाराणसी की अदालत के फैसले के बाद ही जिला प्रशासन की निगरानी में हिंदू पक्ष ने पूजा-पाठ शुरू कर दी है तो वहीं गुरुवार की सुबह ही मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था जहां से उसे हाईकोर्ट जाने के लिए कहा गया तो वहीं हाईकोर्ट ने भी फिलहाल पूजा पर रोक लगाने से मना कर दिया है. इस मामले में सुनवाई अब 6 फरवरी को होगी. फिलहाल इसके पहले इस मामले में सियासत गरम हो गई है और लगातार नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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