एसटी हसन- फाइल फोटो (ANI)
Ghosi By Election 2023: घोसी उपचुनाव में सपा को मिली जीत को लेकर जहां सपा खेमे में जमकर उत्साह और खुशी है. वहीं एनडीए खेमे में मायूसी छाई हुई है. इन सबमें अगर सबसे ज्यादा कोई निराश व परेशान है तो वो हैं सपा छोड़कर हाल ही में एनडीए में शामिल होने वाले सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर. उन्होंने भाजपा को तसल्ली दी थी की घोसी जीतेंगे और चुनाव से पहले बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन जब रिजल्ट सामने आया है तो हार का मुंह देखना पड़ा. इस पर जहां घोसी हार के बाद राजभर ने विपक्ष से कहा कि चेक कर लिया न कि ईवीएम ठीक है तो वहीं अब उनके इस बयान के सपा खेमें में कई मायने निकाले जा रहे हैं. इसीलिए सपा के मुस्लिम नेता एसटी हसन का पलटवार सामने आया है.
मीडिया से बात करते हुए एसटी हसन ने ईवीएम वाली बात पर राजभर को घेरा है और चुनाव को लेकर कहा, “इसमें भी हेराफेरी की गई है, लेकिन फर्क काफी बड़ा होने के कारण उसका असर उपचुनाव के रिजल्ट पर नहीं पड़ा.” उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया, “ये अब अगले चुनाव में करेंगे. फिर कह देंगे कि घोसी कैसे हार गए थे. यह एक स्ट्रेटजी भी हो सकती है.”
फिलहाल घोसी उपचुनाव में सपा का सिक्का चला है और इसके बाद सपा आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है. लेकिन इन सबको लेकर आने वाला वक्त ही बताएगा कि जनता किसके हक में फैसला करती है.
ये बयान दिया था राजभर ने
घोसी में सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह के जीतने के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा था, “घोसी की जनता के फैसले का हम स्वागत करते हैं. विपक्ष वाले जब हारते हैं तो EVM का दोष देते हैं लेकिन अब तो यह प्रमाण हो गया है कि EVM सही है.” इसी के साथ राजभर ने विपक्ष से ये भी कहा था कि चेक कर लिया न ईवीएम सही है.
बता दें कि घोसी में समाजवादी के विधायक दारा सिंह ने विधायकी से इस्तीफा देकर चुनाव से पहले भाजपा का दामन थामा था और इसी के बाद बीजेपी ने उनको अपना प्रत्याशी बनाते हुए घोसी से ही उतारा था, लेकिन इस बार जनता ने उनको सबक सिखाया और जिस सीट पर उन्होंने सपा की तरफ से चुनाव लड़ा और 2022 में विधायक बने, वहीं पर 2023 में भाजपा की ओर से चुनाव लड़ते हुए हार गए.
-भारत एक्सप्रेस