बरेली में कांवड़ियों ने किया हंगामा
बरेली में रविवार को कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों ने जमकर उत्पात मचाया. कांवड़ियों को शांत कराने के लिए पहुंची पुलिस के साथ भी झड़प हुई. जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसको लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी ने इस वीडियो को शेयर किया है. सपा ने योगी सरकार पर वीडियो के बहाने जमकर हमला बोला.
नशे में धुत कांवड़ियों ने किया हंगामा
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए गए वीडियो में लिखा गया है कि ” योगीराज में कांवड़ियों पर फूल के साथ-साथ लाठियां भी बरसाई जातची हैं. स्थान- बरेली.” वहीं पुलिस ने इस मामले में उत्पात मचा रहे पांच लोगों को हिरासत में भी लिया है. जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि कुछ कांवड़िए नशे में थे. उन्होंने तय रूट के बजाय दूसरे रास्तों से कांवड़ यात्रा को निकालने की कोशिश. कावंड़ियों को समझाने की तमाम कोशिश की गई, लेकिन वे लोग अपनी जिद पर अड़े रहे. इसके बाद भीड़ उग्र होने लगी और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने पुलिस टीम के साथ हाथापाई भी की. जिसके बाद उन्हें हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज की गई. फिलहाल स्थिति पूरी तरह से सामान्य है. पुलिस बल को भी तैनात कर दिया गया है.
योगीराज में कांवड़ियों पर फूल के साथ साथ लाठियां भी बरसाई जाती हैं👇
स्थान – बरेली pic.twitter.com/1SJJPma4rG— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) July 30, 2023
पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया
वहीं एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ उपद्रवी लोगों ने माहौल को खराब करने की कोशिश की थी. उनकी पहचान कर ली गई है. जिसमें से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. कांवड़ियों के डीजे को भी जब्त कर लिया गया है.
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प्रभाकर चौधरी का हुआ ट्रांसफर
वहीं अब इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है. कांवड़ियों पर की गई कार्रवाई के बाद देर शाम को आईपीएस अफसरों के तबादले की एक लिस्ट जारी की गई. जिसमें प्रभाकर चौधरी को बरेली एसएसपी के पद से हटाकर सेनानायक 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ एएसपी के पद पर ट्रांसफर कर दिया गया. सोशल मीडिया पर प्रभाकर चौधरी के समर्थन में जमकर लोग लिख रहे हैं. उनका कहना है कि प्रभाकर चौधरी एक ईमानदार आईपीएस अफसर हैं. जिसकी वजह से उनका 10 साल की नौकरी के दौरान 21 बार ट्रांसफर किया जा चुका है, क्योंकि वे कानून-व्यवस्था के मामले में सरकार की भी नहीं सुनते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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