प्रदर्शन करते लोग
आशुतोष मिश्रा
Sultanpur: पीलीभीत सांसद वरुण गांधी के बांधमंडी स्थल पर कब्जे को लेकर रार छिड़ गई है. सुल्तानपुर से सांसद रहते हुए दिसंबर 2016 में उन्होंने बांध तैयार करने वालों को बांधमंडी की सौगात दी थी, लेकिन आज के समय में यही बांधमंडी वर्चस्व की लड़ाई का अखाड़ा बन गई है. एक ओर उनकी मां सांसद मेनका गांधी के आस-पास रहने वाली भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रेखा निषाद व उनके समर्थकों का गुट है तो दूसरी ओर आपराधिक प्रवृति के राम प्यारे निषाद का गुट है. इस पूरे मामले को लेकर रेखा निषाद ने डीएम-एसपी पर आरोप लगाया है और कब्जे की जिम्मेदार उनको ही ठहराया है.
बता दें कि रेखा निषाद भाजपा से जुड़े होने के साथ ही बांध-मूंज कल्याण की जिलाध्यक्ष भी हैं. उनके नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में बांध व्यवसाय से जुड़ी महिलाएं व पुरुष कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर प्रदर्शन करने पहुंच गए. रेखा निषाद का आरोप है कि कोतवाली नगर के कस्बा स्थित पांचोपीरन में बनी बांधमंडी का 30 प्रतिशत हिस्सा राम प्यारे निषाद, उर्मिला निषाद ने कब्जा कर रखा है. उनके कब्जे से इसे मुक्त कराया जाए और मूल रूप से बांध का व्यवसाय कर रहे लोगों को एसडीएम चिह्नित कर गोदाम आवंटित करें. बता दें कि हाल ही में यहां पर मारपीट भी हुई थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर रेखा निषाद ने बताया कि बीते शनिवार को गोदाम पर माल रखने के लिए कुड़वार थाना क्षेत्र के कटावां निवासी कर्मावती व उसके पुत्र को राम प्यारे की शह पर उर्मिला निषाद ने 50 लड़कों को बुलाकर पिटवाया था. घटना में प्रहलाद को गंभीर चोटें आई थीं. उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां 6 दिनों तक उसका इलाज चला. रेखा निषाद का कहना है कि इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन आज तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है. अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो डीएम-एसपी इसके लिए जिम्मेदार होंगे. इतनी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद नगर कोतवाली पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है. बता दें कि इस पूरे मामले में पूर्व में हुई घटना के बाद कर्मावती निषाद ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसी पर नगर कोतवाल रामाशीष उपाध्याय ने कहा है कि जो रिपोर्ट दर्ज हुई है. उसको लेकर जांच चल रही है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस