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“वे लोगों को हिंसा के लिए भड़का रहे थे, 50 हजार लोगों की हत्याओं का… ” , LG मनोज सिन्हा ने कश्मीरी नेताओं पर साधा निशाना

एलजी मनोज सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि यहां कुछ लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल में क्या कुछ बदला है? शायद उन्हें यहां बहाल शांति दिखाई नहीं दे रही है.

LG Manoj Sinha

LG Manoj Sinha

LG Manoj Sinha: भूमिहीनों को भूमि उपलब्ध कराने के मुद्दे पर विपक्षी दलों के अलग-अलग विचारों पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सोमवार को कश्मीरी नेताओं पर जमकर बरसे. उन्होंने इन दलों के नेताओं पर 1990 के बाद से केंद्र शासित प्रदेश में 50,000 लोगों की हत्याओं का आरोप लगाया. मनोज सिन्हा आज यहां कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर केआइसीसी में आयोजित सुशासन के साथ पंचायत पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे.

ये लोग 40-50 हजार निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं: मनोज सिन्हा

मनोज सिन्हा ने कहा, ” ये लोग घाटी में शांति को पचा ही नहीं पा रहे हैं, ये लोग घाटी में शांति नहीं चाहते. ” उन्होंने कहा, ” वे लोगों को हिंसा के लिए भड़का रहे थे, स्कूल कॉलेज बंद करने के लिए उकसा रहे थे. हालांकि, उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसी राजनीतिक दलों का नाम नहीं लिया. सिन्हा ने यहां सुशासन के साथ पंचायत पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, “ये लोग जम्मू-कश्मीर में 40,000 से 50,000 निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं.”

बता दें कि कश्मीर के गरीब लोगों को सरकार जमीन दे रही है. इसका उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने विरोध किया था. इतना ही नहीं, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार गैर कश्मीरी लोगों को जमीन आवंटित कर रही है. अब एलजी मनोज सिंहा ने कहा कि किसी भी गैर कश्मीरी को पीएमवाई के तहत जमीन या घर नहीं दिया जा रहा है. बता दें कि जम्मू कश्मीर प्रदेश प्रशासन ने भूमिहीनों केा प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण के तहत मकान बनाने के लिए निश्शुल्क जमीन देने का एलान किया है.

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उन्हें कश्मीर में बहाल शांति नहीं दिख रहा: मनोज सिंहा

एलजी मनोज सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि यहां कुछ लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल में क्या कुछ बदला है? शायद उन्हें यहां बहाल शांति दिखाई नहीं दे रही है. उन लोगों को बंद हो चुके पथराव भी नहीं दिख रहा है. अब यहां पूरे साल स्कूल कॉलेज खुलता है. दुकानें देर शाम तक खुली रहती हैं. लोग अब बेखौफ घाटी में घूमते हैं. अब कश्मीर में देर रात तक होटल रेस्तरां खुली रहती है. यह बदलाव नहीं तो और क्या है. उन्होंने कहा, ” दरअसल, वे लोग घाटी की शांति पचा नहीं पाते हैं. इनके पेट में दर्द हो रहा है. ये लोग घाटी में हिंसा की साजिश रचते हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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