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नॉर्थ ईस्ट में पर्यटन का भविष्य उज्ज्जवल

अहमद ने पर्यटन क्षेत्र की क्षमता के बारे में बात की तो साथ ही उन्होंने क्षेत्र में युवाओं के बीच उद्यमशीलता की भावना की आवश्यकता पर भी जोर दिया.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

पर्यटन के लिहाज से नॉर्थ ईस्ट का अलग महत्व है और इस क्षेत्र में आने वाले वर्षों में और भी तरक्की होने की उम्मीद जताई जा रही है. कुछ ऐसा ही मानना है पॉलिसी रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष डॉ. अकबरुद्दीन अहमद का. ढाका में उन्होंने कहा कि पर्यटन एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो आने वाले वर्षों में उत्तर पूर्व में फलेगा-फूलेगा.

उन्होंने कहा कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाकर लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है. ढाका में डॉ. अकबरुद्दीन अहमद ने लाइब्रेरी में संडे मॉनिटर के साथ बात करते हुए ये बातें कहीं. अहमद ने पर्यटन क्षेत्र की क्षमता के बारे में बात की तो साथ ही उन्होंने क्षेत्र में युवाओं के बीच उद्यमशीलता की भावना की आवश्यकता पर भी जोर दिया.

डॉ. अकबरुद्दीन अहमद ने कहा, “एक बार मेरे एक स्टूडेंट ने कहा कि वह जॉब्स पैदा करने पर जोर देने के लिए प्रोत्साहित करता है न कि नौकरी की तलाश में घूमने के लिए. उद्यमी बनें और दायरे से निकल कर सोचें. शिलॉन्ग कॉलेज में भी मेरा यही संदेश था.”

उत्तर पूर्व के प्रत्येक राज्य की एक अनूठी संस्कृति, परंपरा और इतिहास है और इस क्षेत्र के पास दुनिया को दिखाने के लिए बहुत कुछ है. यह एक अच्छी नीति द्वारा समर्थित पर्यटन के समुचित प्रचार के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है. संबंधित राज्य सरकारों को ऐसा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी. मेघालय ने पहले ही एक पर्यटन नीति का मसौदा तैयार कर लिया है जो विशिष्ट पर्यटन की वकालत करता है और जो पर्यावरण के अनुकूल होगा.

-भारत एक्सप्रेस



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