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Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन महाकाल मंदिर अग्निकांड में झुलसे सेवक सत्यनारायण की मौत, मुंबई में चल रहा था इलाज, होली के दिन हुई थी घटना

होली के दिन गर्भगृह में हुई आग की घटना में कुल 14 सेवक गंभीर रूप से झुलस गए थे. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गुलाल की वजह से आरती के वक्त आग भड़की थी.

Ujjain Mahakal Mandir fire servant Satyanarayan died

मृतक सत्यनारायण की फाइल फोटो

Ujjain Mahakal Mandir Fire Incident: होली के दिन उज्जैन बाबा महाकाल के गर्भगृह में अचानक आग लगने से झुलस गए कई सेवकों में से एक ही मौत हो गई है. खबर सामने आ रही है कि मुम्बई में इलाज के दौरान 80 साल के सेवक सत्यनारायण सोनी की मौत हो गई है. उनको पहले इंदौर के ही अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और फिर इसके बाद मुम्बई के अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. बुधवार को सुबह उनकी मौत हो गई है. मालूम हो की होली के दिन आरती के वक्त किसी ने गुलाल उड़ा दिया था. बताया जा रहा है कि गुलाल में केमिकल होने के कारण आग भड़क गई थी, जिसमें कई सेवक झुलस गए थे.

घटना के वक्त पुजारी और कर्मचारियों सहित कुल 14 सेवक गंभीर रूप से झुलस गए थे. इसके बाद सभी को तुरंत इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इस अग्निकांड में झुलसे अन्य लोग तो ठीक हो गए थे लेकिन सेवक सत्यनारायण सोनी की हालत अधिक गम्भीर होने के कारण उनको मुम्बई रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह मौत हो गई है. इस घटना के बाद से ही मंदिर के कर्मचारियों और पुजारियों में शोक की लहर दौड़ गई है. जानकारी सामने आ रही है कि इस अग्निकांड में झुलसे पुजारी मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) का इलाज अभी भी इंदौर के अरविंदो अस्पताल में किया जा रहा है.

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महाकाल के भक्त थे सत्यनारायण

मंदिर के अन्य पुजारी बताते हैं कि सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे भक्त और सेवक थे. वह लगातार बाबा की सेवा में हाजिर रहते थे चाहे किसी की भी ड्यूटी का समय चल रहा हो. भस्म आरती में सफाई करने से लेकर पूजन सामग्री इकठ्ठा करना और मंदिर के अन्य काम में वह लगातार लगे रहते थे. मंदिर के कर्मचारी बताते हैं कि मंदिर में बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही किसी भी पुजारी की ड्यूटी का टाइम चल रहा हो लेकिन उनके सहयोगी के रूप में सत्यनारायण सोनी हमेशा खड़े रहते थे.

25 मार्च को लगी थी आग

मालूम हो कि 25 मार्च की सुबह होली के दिन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सुबह 5.49 बजे भस्म आरती हो रही थी. इसी दौरान किसी ने गुलाल उछाल दिया था. बताया जा रहा है कि गुलाल में केमिकल होने के कारण आरती की आग भड़क गई और उस वक्त गर्भगृह में मौजूद 14 लोग झुलस गए थे. इनमें से 9 लोगों को इंदौर रेफर कर दिया गया था और 5 का इलाज उज्जैन में ही हुआ था. तो वहीं गंभीर रूप से झुलसे 80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी को इंदौर के अरविंदो अस्पताल से मुम्बई के अस्पताल में रेफर कर दिया गया था लेकिन हालत अधिक गम्भीर होने के कारण डाक्टर उनको बचा नहीं सके. बुधवार सुबह उनका निधन हो गया.

-भारत एक्सप्रेस



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