शाइस्ता परवीन अपनी देवरानी जैनब के साथ (फोटो सोशल मीडिया)
Umesh Pal Murder Case: बदमाशों की गोली के शिकार हुए माफिया अतीक अहमद की बेगम अब लगातार पुलिस का सिर दर्द बनी हुई है, लेकिन उसके साथ ही एक दुल्हन ने भी पुलिस को चुनौती दे रखी है. इस दुल्हन का नाम जैनब है और वह अतीक के भाई अशरफ की बीवी है. ये भी उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार है. अब इस दुल्हन की अपनी जेठानी और शौहर के साथ 20 साल पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
इन तस्वीरों ने जैनब दुल्हन के श्रंगार में दिखाई दे रही है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये तस्वीरें उसके और अशरफ के निकाह के वक्त की है. वह जेवर से लदी हुई है. एक तस्वीर में वह अपनी जिठानी शाइस्ता के साथ है तो एक अन्य फोटो में वह अपने शौहर अशरफ के साथ है. बता दें कि अशरफ भी बदमाशों की गोली का शिकार हुआ था.
माफिया ब्रदर्स को 15 अप्रैल की रात करीब 10 बजे प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था, तभी दोनों को बदमाशों ने गोली मार दी थी. तो वहीं 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद दो महीने बीत जाने के बाद भी शाइस्ता के साथ ही जैनब और अतीक की बहन आयाशा नूरी फरार है और पुलिस के लिए चैलेंज बनी हुई है.
तलाश में बुर्का बना बाधा
बता दें कि अभी तक जो भी तस्वीरें शाइस्ता और जैनब की पुलिस को मिल रही थी, उसमें बुर्का पहना हुआ था. हालांकि इस दौरान जैनब की तस्वीर सामने नहीं आई थी, लेकिन अब पुलिस के हाथ एक एलबम लगा है, जिसमें जैनब की तस्वीरें मिली हैं, लेकिन ये एलबम 20 साल पुराना यानी 2003 का बताया जा रहा है. इसी दौरान अतीक माफिया से राजनीति में कदम रख चुका था और प्रयागराज में उसकी तूती बोलती थी. पुलिस सूत्रों की माने तो ये एलबम और तस्वीरें दोनों की तलाश में काफी मददगार साबित हो सकती है. जानकारी सामने आ रही है कि अतीक अहमद की पत्नी और अशरफ की बीवी की ये तस्वीरें माफिया के ससुराल से मिली हैं. अतीक का ससुराल प्रयागराज के चकिया में है और शाइस्ता के पिता यूपी पुलिस में सिपाही रह चुके हैं. हालांकि दोनों के साथ ही पुलिस गुड्डू मुस्लिम और अतीक की बहन को भी तलाश रही है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिए ये निर्देश
बता दें कि अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले में शुक्रवार (28 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में उठाए गए कदमों और जांच को रिकॉर्ड में लाने का निर्देश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने माफिया ब्रदर्स की सुरक्षा में चूक के संबंध में राज्य सरकार से सवाल किए हैं. यूपी सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि हत्यारे समाचार फोटोग्राफर बनकर पहुंचे थे. इसके बाद जस्टिस एस रवींद्र भट और दीपांकर दत्ता की पीठ ने पूछा कि उन्हें कैसे पता चला? टीवी पर अतीक और उसके भाई की लाइव शूटिंग का जिक्र करते हुए बेंच ने सवाल किया कि उन्हें अस्पताल तक वैन में क्यों नहीं ले जाया गया, उनकी मीडिया के सामने परेड क्यों कराई गई?
-भारत एक्सप्रेस