अतीक अहमद (फोटो सोशल मीडिया)
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड मामले में बुधवार को एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके में महानगर में स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट में छापेमारी की थी. छापेमारी के बाद हुए खुलासे ने लोगों को चौंका दिया है. फरार माफिया और पूर्व सासंद अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश में एसटीएफ ने इस अपार्टमेंट में छापेमारी की थी, जिसमें एक नई कहानी निकल कर सामने आई है और इसने ये साफ कर दिया है कि अतीक के दहशत का सिक्का न केवल प्रयागराज बल्कि राजधानी में भी चलता था.
इतना बड़ा माफिया और पूर्व सांसद होने के बावजूद भी अतीक यूनिवर्सल के इस फ्लैट में रहता था, वहां वो कटिया डालकर एसी-पंखा और टीवी चलाता था. वह इस फ्लैट के 202 नम्बर में रहता था. बताया जा रहा है कि 2012 में फ्लैट मालिक फरीदी ने अपने परिचित के कहने पर अतीक को यहां रहने के लिए दिया था. मंगलवार को जब फ्लैट में एसटीएफ और महानगर पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि खालिद फरीदी को उसके परिचित ने बताया था कि उनके मित्र अतीक बड़े व्यापारी हैं. उन्हें अपना मकान लखनऊ में बनवाने के लिए तीन-चार महीने के लिए फ्लैट किराए पर चाहिए. तब फ्लैट मालिक ये नहीं समझ सके थे कि यह अतीक कोई बड़ा व्यापारी नहीं बल्कि अतीक अहमद है, जो कि माफिया और सांसद है. बताया जा रहा है कि यहां अतीक कम ही रुकता था, उसका बेटा असद ही इस फ्लैट में रुकता था.
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सूत्रों के मुताबिक, जब तीन-चार महीने कहकर फ्लैट लिया और एक साल तक खाली नहीं किया तो फ्लैट मालिक ने उसे खाली करने को कहा. इस पर भी फ्लैट खाली नहीं किया गया. इस पर खालिद ने अधिकारियों से शिकायत की और अपने परिचितों से भी कहा, लेकिन कोई असर नहीं हुआ. स्थानीय लोगों ने जानकारी दी कि इसी बीच खालिद की मौत हो गई. इसके बाद खालिद की पत्नी फातिमा ने कुछ दिन फ्लैट खाली कराने की कोशिश की, लेकिन असद उनको सख्त लहजे में टालता रहा. इसके बाद वह भी दहशत के कारण चुप्पी साध गईं.
कम दाम में बेचने का बना रहा था दबाव
पूछताछ में फातिमा ने एसटीएफ को खौफ के कारण बहुत कुछ जानकारी तो नहीं दी, लेकिन यहां रहने वालों ने ये जरूर बताया कि तीन कमरों का यह फ्लैट खालिद ने सभी खर्चों के साथ 40 लाख में खरीदा था लेकिन असद फातिमा पर इसे बहुत ही कम दाम में बेचने के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन फातिमा राजी नहीं हुई.
बंद मिले कैमरे
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि फ्लैट में लगे कैमरे काम नहीं कर रहे थे. लोगों ने बताया कि असद नहीं चाहता था कि ये कैमरे चलें. वह अक्सर कहता रहता था कि यहां कैमरों का क्या काम. वहीं कटिया डालकर एसी और बिजली के अन्य उपकरणों के चलाने के मामले में एसटीएफ ने इसकी जानकारी महानगर पुलिस के साथ ही बिजली विभाग को दे दी है.
कटिया डालकर करता था बिजली चोरी
छापेमारी में सबसे बड़ा खुलासा जो सामने निकल कर आया है, वह यह कि इतना बड़ा माफिया और पूर्व सांसद फ्लैट में कटिया डालकर बिजली चोरी करता था. छापेमारी में मौजूद एसटीएफ के डिप्टी एसपी और दो इंस्पेक्टर को फ्लैट के आस-पास के लोगों ने बताया कि असद तीन-चार लोगों के साथ अक्सर ही फ्लैट में आता था और चार-पांच दिन रुकता था, फिर चला जाता था. लोगों ने बताया कि अपार्टमेंट में घुसते ही पार्किंग की तरफ कनेक्शन स्विच बोर्ड लगा है. इसमें अतीक के फ्लैट का कनेक्शन नहीं था, बल्कि कटिया से इनकी बिजली चलती थी. छापेमारी में फ्लैट में एसी भी लगे मिले. इसी के साथ ये भी जानकारी सामने आई है कि फ्लैट का मेंटीनेंस चार्ज भी नहीं जमा किया जाता था. बता दें कि इस अपार्टमेंट में 25 फ्लैट हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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