केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा की आग राज्य के कई जिलों में पहुंच गई है. जगह-जगह पुलिस की तैनाती की गई है. इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है. सीएम खट्टर ने किसी बड़ी साजिश का अंदेशा व्यक्त किया है. लेकिन हिंसा की आग अचानक कैसे भड़क गई? इसको लेकर हरियाणा सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इस बार सवाल उठाने वाला कोई और नहीं बल्कि गुरुग्राम से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत हैं. दावा किया जा रहा है कि नूंह हिंसा की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार कर ली गई थी. नूंह हिंसा को एक तरह से सिस्टम फेल्यर कहा जा रहा है.
#WATCH | Union Minister Rao Inderjit Singh on his meeting with PM Modi
“I met PM to meet to invite him for the inauguration of AIIMS in Haryana..,” he says.
On violence in Haryana’s Nuh, he says, “If both the communities had arms with them, then it is a matter of inquiry as to… pic.twitter.com/pkm1bpaQfE
— ANI (@ANI) August 2, 2023
बता दें कि बुधवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की. पीएम से बातचीत के बाद उन्होंने हरियाणा सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, ” मैंने हरियाणा में एम्स के उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित करने के लिए मैंने पीएम से मुलाकात की. नूंह हिंसा के सवाल पर उन्होंने कहा, “अगर दोनों समुदायों के पास हथियार थे तो यह जांच का विषय है कि उनके पास हथियार कैसे आए और उन्होंने ऐसा माहौल क्यों बनाया? हरियाणा सरकार इसकी जांच कराएगी.” जब राव इंद्रजीत से पूछा गया कि पीएम मोदी से और क्या बातें हुईं, तो उन्होंने कहा कि हर बातें बताई नहीं जाती.
मामले की जांच हो: राव इंद्रजीत
बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राव ने कहा, “जुलूस में ले जाने के लिए किसने हथियार दिए उनको ? जुलूस में कोई तलवार लेकर जाता है? लाठी-डंडे लेकर जाता है जुलूस के लिए? उन्हें हथियार किसने दिए? यह गलत है. इस तरफ से भी उकसावे की कार्रवाई हुई. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि दूसरी तरफ से कोई उकसावे की कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन तलवार या लाठियां लेकर जुलूस में कौन जाता है? मामले की जांच हो.”
नूंह हिंसा की वजह
बता दें कि 31 जुलाई यानी बीते सोमवार को विश्व हिंदू परिषद ने ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा’ निकाली. यात्रा शुरू होने के 10 मिनट बाद नूंह के खेड़ला मोड़ के पास दोनों गुटों के बीच झड़प शुरू हो गई. इसके बाद भारी भीड़ ने जुलूस पर पथराव कर दिया. शुरुआत में हिंदू पक्ष भाग गया, लेकिन बाद में उन्होंने जवाबी कार्रवाई की. जवाबी कार्रवाई के दौरान कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. मस्जिदों में आग लगा दी गई. घरों को भी आग के हवाले कर दिया गया है. अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. नूंह हिंसा में मोनू मानेसर का नाम भी सामने आ रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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