यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ व सपा प्रमुख अखिलेश यादव
UP Assembly Monsoon Session: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है और मंगलवार को दूसरा दिन है. जहां पहले दिन सपा ने मणिपुर की घटना के साथ ही महंगाई और बेरोजगारी सहित कई मुद्दों को लेकर जोरदार हंगामा किया था तो वहीं मंगलवार को भी उसके इसी तरह के मुद्दे को लेकर हंगामा करने के आसार हैं और योगी सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगी. इसी के साथ विपक्षी दलों की ओर से उत्तर प्रदेश नागर स्थानीय स्वायत्त शासन विधि संशोधन अध्यादेश 2023 और उत्तर प्रदेश नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2023 का भी विरोध करने की योजना है और बताया जा रहा है कि इसको लेकर अखिलेश सवाल भी खड़े कर सकते हैं.
मालूम हो कि सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हुआ था जो कि 11 अगस्त तक चलेगा. पहले दिन भारी हंगामे के कारण सत्र को मंगलवार तक स्थगित कर दिया गया था. मंगलवार को सदन का दूसरा दिन है. जहां एक ओर विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी की है तो वहीं सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सारे सवालों का जवाब देने के लिए कमर कस ली है.
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तो वहीं इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद सहित कई माननियों को श्रद्धांजलि दी गई थी. इसी के साथ इस मौके पर उन्होंने अतीक अहमद के बारे में भी जिक्र किया था और कहा था कि, ‘‘अतीक अहमद का 15 अप्रैल 2023 को निधन हो गया था. वह 61 वर्ष के थे. उनका जन्म 10 अगस्त 1962 को प्रयागराज में हुआ था. इसी के साथ उन्होंने अतीक अहमद के स्कूल की शिक्षा को लेकर जिक्र किया और बताया कि उन्होंने हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण की थी. साथ ही कहा कि अतीक अहमद ने वर्ष 1989, 1991 और 1993 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में जीत दर्ज की थी. साथ ही ये भी बताया कि, 1996 में सपा और 2002 में अपना दल के टिकट पर इलाहाबाद पश्चिम से विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए. अध्यक्ष ने अतीक को लेकर ये जानकारी भी दी कि, अतीक अहमद विधानसभा की लोक लेखा समिति के सदस्य थे. साथ ही बताया कि, वर्ष 2004 में लोकसभा सदस्य के तौर पर निर्वाचित होकर संसद की चौखट पर कदम रखा था.’’
बता दें कि इस मौके पर अन्य पूर्व सदस्यों सत्तार अहमद अंसारी, अमर सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह, सुजान सिंह बुंदेला, शारदा प्रसाद शुक्ला, हरिशंकर तिवारी, अवनीश कुमार सिंह, हरिद्वार दुबे और अबरार अहमद को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. तो वहीं विपक्ष ने मणिपुर हिंसा को लेकर जोरदार हंगामा किया था और निंदा प्रस्ताव की मांग की थी. इसी के बाद सदन की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
-भारत एक्सप्रेस
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