आरोपी इंस्पेक्टर-फोटो सोशल मीडिया
UP News: यूपी में एक बार फिर से खाकी शर्मसार हुई है. यहां बदायूं जिले के इस्लामनगर थाने में इंस्पेक्टर क्राइम पद पर तैनात सिमरनजीत कौर को मंगलवार (28 मई) को एंटी करप्शन टीम (ATS) ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, एक रेप सर्वाइवर ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी. इसके बाद महिला इंस्पेक्टर के खिलाफ एक्शन लिया गया. आरोप है कि वह एक लाख रुपये पहले वसूल चुकी थीं. फिलहाल टीम ने इंस्पेक्टर के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर के खिलाफ पहले भी कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है. उन्हें नोएडा के निठारी कांड की विवेचना में लापरवाही बरतने को लेकर बर्खास्त कर दिया गया था. उस समय वह सब-इंस्पेक्टर थीं. फिर करीब 8 साल बाद कोर्ट के आदेश के बाद वह बहाल हो गईं और प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बन गईं. कुछ दिन वह बरेली में तैनात रहीं. फिर लोकसभा चुनाव से पहले उनको बदायूं भेजा गया था. तभी से वह यहां इस्लामनगर थाने में इंस्पेक्टर क्राइम की जिम्मेदारी संभाल रही थीं.
जानें क्या है मामला
बता दें कि बलात्कार मामले में फैसले का दबाव बनाने के लिए आरोपी की पत्नी ने रेप सर्वाइवर के खिलाफ रंगदारी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करा दिया था. इस मामले की विवेचना सिमरनजीत कौर के पास थी. उन्होंने विवेचना की तो महिला के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले.
एफआर लगाने के लिए की पीड़िता से रुपए की मांग
सिमरनजीत कौर ने रेप सर्वाइवर से मुदकमे में एफआर लगाने के लिए रुपयों की मांग की थी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, वह सर्वाइवर से एक लाख रुपये ले चुकी थीं और फिर से एक लाख रुपये की मांग कर रही थीं. इससे परेशान होकर रेप सर्वाइवर ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत कर दी. इसके बाद महिला इंस्पेक्टर को रंगे हाथ पकड़ा गया. इस मामले में बिनावर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
-भारत एक्सप्रेस
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