बसपा प्रमुख मायावती (फाइल फोटो)
UP News: बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर पार्टी एक बड़ा सम्मेलन करने जा रही है. 9 अक्टूबर को सम्मलेन में नोएडा के साथ ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. मिली जानकारी के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती ने नोएडा में पांच मंडल और लखनऊ में तीन मंडल के कार्यकर्ताओं को सम्मेलन कराने के निर्देश दिया है. इस तरह से नोएडा में अलीगढ़, बरेली, सहारनपुर और आगरा मंडल के कार्यर्ताओं का सम्मेलन होगा.
दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में इस सम्मेलन को लेकर चर्चा जोरों पर है. लोकसभा चुनाव-2024 से पहले होने जा रहे इस सम्मलेन को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि मायावती इसके माध्यम से दलित कार्ड को धार देने का काम करेंगी. भाजपा के दलित और महिला कार्ड को लेकर बसपा प्रमुख मायावती अभी से अलर्ट हो गई हैं. इसको लेकर उन्होंने रविवार को प्रदेश कार्यालय में एक बैठक भी की थी, जिसमें पार्टी पदाधिकारियों को भी इससे सचेत रहने और संघर्ष करने की नसीहत दी थी.
बैठक में मायावती ने कहा कि ज्वलंत समस्याएं जैसे महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आय में कमी, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था लोगों के दिलो-दिमाग पर हावी जरूर हैं, लेकिन यह कितना गंभीर चुनावी मुद्दा बन पाएगा, फिलहाल यह कहना अभी मुश्किल है. उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि जनहित ओर जन कल्याण के इन मामलों में भाजपा व कांग्रेस का रवैया लगभग एक जैसा ही है.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में हुए पिछले कई चुनाव बसपा के लिए बहुत अच्छे साबित नहीं हुए और जिस सियासी जमीन पर बसपा का कभी राज हुआ करता था, वह बसपा खोती नजर आई. ऐसे में कहा जा रहा है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में मायावती किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती हैं और अपने वोटर्स पर एक बार फिर से पकड़ मजबूत कर यूपी में अपनी खोई जमीन को वापस करेंगी. इसी वजह से इस बार बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर बड़ा सम्मेलन करने की ठानी है और 9 अक्टूबर को कांशीराम परिनिर्वाण दिवस पर नोएडा के साथ ही लखनऊ में भी बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ताओं को शामिल होने के निर्देश मायावती ने दिए हैं.
-भारत एक्सप्रेस