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UP ATS: अलीगढ़ से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. आतंकियों ने बताया है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस का पुणे माड्यूल गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के साथ ही देश के कई हिंदूवादी नेताओं की हत्या की साजिश रच रहा था. तो वहीं रिमांड पर दोनों को अलीगढ़ लेकर गई एटीएस ने एक पिस्टल, पांच कारतूस व कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किए हैं, जिसमें जिहादी साहित्य भी एटीएस को मिले हैं.
बता दें कि महंत नरसिंहानंद अपने विवादित बयानों को लेकर लगातार चर्चा में बने रहते हैं. वह सपा से भी जुड़े रहे हैं और उन्होंने ही यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे वसीम रिजवी का धर्मांतरण कराया था. तो वहीं हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में नरसिंहानंद के साथ ही वसीम रिजवी ने भी भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया गया था. अक्तूबर 2019 में उनके खिलाफ सीतापुर में विवादित भाषण देने के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया था. नरसिंहानन्द का यह भाषण हिंदू समाज पार्टी के कमलेश तिवारी की लखनऊ में हत्या के बाद सामने आया था.
तो वहीं अगर सूत्रों की मानें तो नरसिंहानंद को मारने के लिए इस माड्यूल के सदस्यों ने रेकी भी की थी. पूछताछ में हुए इस बड़े खुलासे के बाद माज की निशानदेही पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद की गई है. इसको एटीएस ने फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. तो वहीं दोनों की रिमांड सोमवार को खत्म होने के बाद अब एटीएस दोनों को फिर से रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से आग्रह करने की तैयारी कर रही है. तो वहीं माड्यूल के मास्टरमाइंड प्रो. वजीहुद्दीन, संभल व अलीगढ़ से गिरफ्तार चार अन्य संदिग्ध व दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में शाहनवाज व रिजवान से भी पूछताछ की तैयारी में एटीएस जुटी है.
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एटीएस ने शुरू की सामू की पृष्ठभूमि की भी जांच
बता दें कि एटीएस ने अब स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (सामू) संगठन की पृष्ठभूमि की भी गहनता से जांच शुरू कर दी है. एटीएस लगातार इस संगठन को लेकर पूछताछ कर रही है और गहराई से पड़ताल कर रही है. इसके कितने सदस्य हैं और उनमें से कौन वजीहुद्दीन के संपर्क में था इसका भी पता लगा रही है. तो वहीं खबर सामने आ रही है कि एटीएस के अधिकारी इस संगठन का पूरा प्रोफाइल पता करने में जुटे हैं और इसको लेकर हर सूचना को केंद्रीय एजेंसियों के साथ साझा कर रहे हैं. इसी के साथ एटीएस ये भी छानबीन करने में जुटी है कि पुणे माड्यूल के सदस्य शाहनवाज व रिजवान का इस संगठन से क्या वास्ता था और वे अलीगढ़ में कई महीनों तक क्यों ठहरे थे? माना जा रहा है कि छानबीन में बड़ी जानकारी सामने आ सकती है.
-भारत एक्सप्रेस