फोटो-सोशल मीडिया
UP News: अब यूपी बोर्ड में 369 से कम नम्बर लाने वालों का इंजीनियरिंग के बड़े संस्थानों में दाखिला नहीं हो सकेगा. तो वहीं ओबीसी और एससी-एसटी के लिए भी मुकाबला कठिन हो गया है. देश के सभी IIT,NIT,IIIT व सरकारी सहायता प्राप्त 114 संस्थानों में स्नातक दाखिले के लिए 12वीं कक्षा के पात्रता मापदंड के आधार पर कटऑफ तैयार कर लिया गया है.
इस तरह से अब जोसा काउंसलिंग-2023 (ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी) के कटऑफ के तहत एडमिशन के लिए यूपी बोर्ड से वर्ष 2023 में पास सामान्य वर्ग के लिए 369, ओबीसी के लिए 362 और एससी-एसटी के लिए 325 अंक अनिवार्य कर दिए गए हैं. यानी साफ है कि अब तय अंकों से कम नम्बर लाने वालों का इन बड़े संस्थानों में दाखिले का सपना अधूरा ही रह जाएगा. इस तरह से अब सभी जाति वर्ग के विद्यार्थियों को जमकर पढ़ाई करनी होगी, ताकि वह देश के बड़े संस्थानों में पढ़ने का सपना पूरा कर सकें और अपने माता-पिता के साथ ही देश की तरक्की में भी साथ दे सकें.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जोसा काउंसलिंग के अध्यक्ष और एनआईटी राउरकेला के निदेशक प्रोफेसर के. उमा महेश्वर राव ने इस सम्बंध में जानकारी दी है कि, सिर्फ 21 प्रदेशों के शिक्षा बोर्ड ने कटऑफ भेजा है. उन्होंने बताया है कि, सभी शिक्षा बोर्ड को वर्ष 2021, वर्ष 2022 और वर्ष 2023 का कटऑफ भेजना था, जिन बोर्डों ने संबंधित शैक्षणिक सत्र का कटऑफ नहीं भेजा है, वहां के छात्रों के लिए सीबीएसई बोर्ड का कटऑफ (12वीं में 75% से अधिक अंक) प्रयोग किया जाएगा.
उन्होंने मीडिया को ये भी जानकारी दी है कि IIT में 2022 व 2023 के 12वीं पास छात्रों को जेईई एडवांस्ड की मेरिट के आधार पर नियम पूरा करने पर एडमिशन मिलेगा. एनआईटी, आईआईआईटी व अन्य शीर्ष संस्थानों में 2021, 2022 और 2023 में 12वीं पास छात्रों को जेईई मेन स्कोर के आधार पर ही सीट प्राप्त हो सकेगी.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.