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Rajya Sabha Election: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज है. 27 फरवरी यानी मंगलवार को राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. बता दें कि यूपी में 10 सीटों के लिए होने जा रहे राज्य सभा चुनाव में भाजपा ने आठ और विपक्षी दल सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. माना जा रहा है कि देश में आम चुनाव से ठीक पहले हो रहे राज्यसभा चुनाव के नतीजे उत्तर प्रदेश के समीकरण में बहुत असरकारी होंगे. बता दें कि सपा ने राज्यसभा के लिए अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को चुनावी मैदान में उतारा है. गौरतलब है कि, मंगलवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और इसके बाद मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और नतीजे मंगलवार रात को ही घोषित होने की उम्मीद जताई जा रही है.
मीडिया सूत्रों की जानकारी के मुताबिक, आज सुबह 11 बजे से उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए के विधायकों की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है. इसके लिए पार्टी प्रमुख ने आदेश जारी किया था. इसी के बाद रात में ही सभी विधायक राजधानी लखनऊ पहुंच गए थे. बता दें कि यूपी में दस सीटों के लिए कल होने जा रहे मतदान की तैयारियों को देखते हुए आज प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें विधायकों को लोकभवन में डमी मतपत्र के माध्यम से मतदान की ट्रेनिंग दी जा रही है.
ट्रेनिंग में ये रहेंगे मौजूद
इस ट्रेनिंग में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक व अपना दल (एस) आशीष पटेल, संजय निषाद, ओमप्रकाश राजभर, सुरेश खन्ना सहित सभी विधायक ट्रेनिंग में हिस्सा ले रहे हैं. मालूम हो कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा की ओर से आठ प्रत्याशी मैदान में हैं, इनमें से सात तो अपने दम पर जीत सकते हैं, लेकिन आठवें के लिए अतिरिक्त वोटो की ज़रूरत पड़ेगी, इसके लिए भाजपा लगातार राजा भैया के सम्पर्क बनाए हुए है.
मालूम हो कि रालोद सभी 9 विधायक राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा को ही वोट देंगे. इसके लिए पार्टी प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने विधायकों को पहले ही निर्देश दे दिया है. इस तरह से ये पहला मौका होगा जब रालोद औऱ भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर मुहर भी लग जाएगी. फिलहाल अभी तक दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर औपचारिक घोषण नहीं हुई है.
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जानें सीटों की गणित
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा दो बड़े दल हैं. तो वहीं कुल 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के 252 विधायक हैं तो वहीं सपा के 108 विधायक हैं. सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं. तो दूसरी ओर भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13, निषाद पार्टी के 6, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के 6, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास एक सीट.
हालांकि विधानसभा में 4 सीटें खाली हैं. तो वहीं एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि, यूपी से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के लिए एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम वरीयता मतों की आवश्यकता होगी. तो वहीं राज्यसभा चुनाव के बारे में पूरी जानकारी देते हुए निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने बताया कि, ‘एक उम्मीदवार को जीत दर्ज करने के लिए 36.37 प्रथम वरीयता वोट की आवश्यकता होगी. वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में 399 विधायक हैं.’
भाजपा और सपा ने इनको उतारा
बता दें कि, भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन और संजय सेठ हैं. तो वहीं सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
जेल के विधायकों के लिए किया जाएगा ये बंदोबस्त
बता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी औऱ रमाकांत यादव तो वहीं सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं. इनके लिए अलग से बंदोबस्त किया गया है. जानकारी के मुताबिक, ये विधायक गेट सात से प्रवेश करेंगे, कमरा 80 से मतपत्र लेंगे और वोट डालने के लिए तिलक हॉल जाएंगे.
-भारत एक्सप्रेस