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पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन, योगी सरकार ने बोर्ड अध्यक्ष को हटाया

उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए दो दिन परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें करीब 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी.

Yogi Adityanath-

योगी आदित्यनाथ.

UP Police Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है और अब उनकी जगह पर 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी राजवी कृष्ण को भर्ती बोर्ड की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. बता दें कि पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाकर सरकार ने उनको प्रतीक्षा सूची में डाल दिया है. बता दें कि, उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी. परीक्षा 17 और 18 फरवरी को हुई थी. पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई.

मालूम हो कि 17 और 18 फरवरी को उत्तर प्रदेश में पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. पेपर लीक और साल्वर को लेकर लगातार कड़ी नजर रखी जा रही थी. बावजूद इसके नकल माफियाओं ने परीक्षा में सेंध लगा दी और पेपर लीक कर दिया. परीक्षा पेपर लीक को लेकर 18 फरवरी को ही दावे किए गए थे. सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ स्क्रीनशॉट्स और फोटोज वायरल कर ये दावा किया गया था कि, 17 फरवरी को दूसरी शिफ्ट में आयोजित हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. हालांकि तब यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड (UPPPRB) ने ट्वीट कर वायरल दावों की जांच कराने की बात कही थी और पेपर लीक के दावों का खंडन किया था, लेकिन इसके दो-तीन दिन बाद ही कुछ सबूत सामने आने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी. तभी से इस मामले में लगातार पुलिस जांच कर रही है और शातिरों की धरपकड़ जारी है.

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पेपर लीक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) लगातार जांच में जुटी है. हाल ही में गोरखपुर और सिद्धार्थ नगर की पुलिस ने पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. सभी आरोपियों को नेपाल की सीमा पर स्थित कोटिया बाजार एसएसबी कैंप रोड से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अभियुक्तों में बिट्टू कुमार यादव ,संजय कुमार गौड़, नटराज प्रजापति और जितेंद्र कुमार भारती शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक, बिट्टू पश्चिम बंगाल का निवासी है और तीन आरोपी देवरिया से हैं. एसटीएफ ने दावा किया कि आरोपियों के पास से 32 अभ्यर्थियों की मार्कशीट, तीन चैकबुक, दो पासबुक सहित साथ स्टैंप पेपर बरामद किए गए हैं. इससे पहले भी पुलिस ने इस मामलें में 4 और आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

 

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