वीडियो से लिया गया ग्रैब
UP Police: रविवार को यूपी के IPS अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का घूस मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया है. आनन-फानन में डीजीपी ने जांच बिठा दी है और इसकी रिपोर्ट तीन दिन में मांगी है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार को इस मामले में घेरा है और सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि “क्या बुलडोजरों की दिशा उसकी ओर बदल जाएगी या फरार आईपीएस अधिकारियों की सूची में एक और नाम जुड़ जाएगा और भाजपा भी इस मामले से छुटकारा पा लेगी?”
उप्र में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त भाजपा सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी।
उप्र की जनता देख रही है कि ये है अपराध के प्रति भाजपा की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई। pic.twitter.com/JsMAhzRFPU
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 12, 2023
बता दें कि रविवार को यूपी पुलिस ने वाराणसी के पुलिस आयुक्त को एक वायरल वीडियो की जांच करने का निर्देश दिया है. इस वायरल वीडियो में कथित तौर पर आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह को 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगते हुए दिखाया गया है. अनिरुद्ध सिंह की पत्नी आरती सिंह, जो वाराणसी में पुलिस उपायुक्त के रूप में तैनात हैं, उनके खिलाफ कथित रूप से मकान का किराया नहीं देने के आरोप में एक और जांच का आदेश दिया गया है. तो वहीं मीडिया को दिए एक बयान में अनिरुद्ध सिंह ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि, “वीडियो पुराना है जिसमें वह जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे एक बलात्कार के आरोपी को फंसाने की कोशिश कर रहे थे.”
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पुलिस मुख्यालय ने कही ये बात
इस मामले में यूपी पुलिस मुख्यालय की ओर से एक बयान जारी हुआ है. जिममें कहा गया है कि, “मेरठ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मेरठ ग्रामीण) के पद पर तैनात आईपीएस अनिरुद्ध सिंह का एक वीडियो रविवार को वायरल हुआ, जिसमें वह वीडियो कॉल पर किसी से बात करते नजर आ रहे हैं. वीडियो को आधार बनाकर आईपीएस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. ये मामला दो साल पुराना है लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए वाराणसी पुलिस आयुक्त को जांच कर तीन दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया.”
अनिरुद्ध बिहार के हैं मूल निवासी
बता दें कि 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह बिहार के मूल निवासी हैं. सूत्रों की मानें तो इसी साल जनवरी में उनका तबादला फतेहपुर जिले से मेरठ कर दिया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि वायरल वीडियो उस घटना से जुड़ा है जब अनिरुद्ध सिंह वाराणसी में तैनात थे. आरोप है कि अनिरुद्ध सिंह यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे एक शख्स से बात कर रहे थे. एक पुलिस अधिकारी ने दावा करते हुए कहा, “लगभग दो साल पहले जब वीडियो पहली बार सामने आया था, तो वाराणसी के पुलिस आयुक्त ने जांच कराई थी. जांच के दौरान कुछ भी गंभीर नहीं पाया गया था.”
पत्नी की भी हो रही है जांच
डीजीपी मुख्यालय ने अनिरुद्ध की पत्नी पर भी एक मामले में जांच बिठाई है. मुख्यालय ने कहा है कि, महिला आईपीएस अधिकारी आरती सिंह, जो कि डीसीपी वरुणा जोन कमिश्नरेट वाराणसी में नियुक्त है, से संबंधित एक ट्वीट प्राप्त हुआ है, जिसमें उनके द्वारा अपने मकान मालिक को फ्लैट का किराया नहीं देने का आरोप लगाया गया है. आरती सिंह उपरोक्त आइपीएस अधिकारी, अनिरुद्ध सिंह की पत्नी है. इस संदर्भ में जानकारी किए जाने पर ज्ञात हुआ है कि आरती सिंह द्वारा अपने मकान मालिक के किराए का भुगतान कर दिया गया है तथा कोई भी बकाया नही है, परंतु फिर भी इस प्रकरण में भी पुलिस मुख्यालय द्वारा कमिश्नर वाराणसी को जांच करके 03 दिवस में अपनी आख्या उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.
-भारत एक्सप्रेस